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सहकारी समिति से बीज निकला मिलावटी, जांच दल पहुचा खेतोंमें, फसलों का लिया सेम्पल, मंत्री हर्ष यादव के क्षेत्र की तस्वीर

सहकारी समिति से बीज निकला मिलावटी, जांच दल पहुचा खेतोंमें, फसलों का लिया सेम्पल,
मंत्री हर्ष यादव के क्षेत्र की तस्वीर

सागर। किसानों को सहकारी समितियों से मिलावटी बीज भी मिल रहा है । मामला एमपी के नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हर्ष यादव के विधानसभा क्षेत्र देवरी का  है । किसान ने गुणवत्ता की शिकायत करने की हिम्मत जुटाई तो कलेक्टर ने इसके जांच के आदेश किये। लेकिन जांच दल एक महीने बाद जांच करने खेतो में पहुचा। 
सागर जिले के देवरी विकासखण्ड के ग्राम खोड़ी निवासी कृषक द्वारा सहकारी समिति द्वारा दिये गये बीज में मिलावट की शिकायत के बाद जिला कलेक्टर के निर्देश पर कृषि विभाग
के वैज्ञानिकों ने पीडि़त के खेत पहुचकर फसल की जांच की। जांच में प्रथमदृष्टया फसल 
मे अपमिश्रित बीज पाया गया है जिस पर विभाग द्वारा कार्रवाई की बात कही गई है।जांच के बाद कृषि अधिकारियों द्वारा फसल का सेंपल लेकर उसका लेब टेस्ट कराया जायेगा।
एक महीने पहले की थी शिकायत
शासन की कल्याणकारी योजनाओं के अंतर्गत सहकारी समितियों द्वारा सरकारी अनुदान 
पर कृषकों को गुणवत्ता युक्त बीज उपलब्ध कराये जाने में भी भारी भ्र्ष्टाचार की बात
सामने आ रही है। विकासखण्ड के ग्राम खोड़ी निवासी कृषक बाबूलाल लोधी द्वारा रबी सीजन
के लिए सहकारी समिति चरगुंवा से दो क्विंटल बीज सरकारी योजना अंतर्गत लिया गया
था। कृषक के परिश्रम एवं लागत के ऐवज में उसे रोगग्रस्त मिलावटी फसल प्राप्त हुई।
जिसकी शिकायत उसके द्वारा विगत 4 फरवरी को जिला कलेक्टर सागर को की गई थी।
मामले में जिला कलेक्टर के निर्देश पर एक माह बाद पहुचे कृषि विभाग के वैज्ञानिकों एवं
अधिकारियों ने कृषक के खेत पहुचकर मामले की जांच की तो पाया कि कृषक को दिये
गये बीज में अपमिश्रण किया गया था। मामला साफ है कि सरकारी योजनाओं के  अंतर्गत कृषकों को दिये जा रहे बीज में भी विभागीय अधिकारियों की अनदेखी एवं घालमेल
का फायदा उठाकर कृषकों को चूना लगाया जा रहा है।
दल पहुचा खेतो में ,प्रथम द्रष्टया मिलावट
उप संचालक कृषि द्वारा बनाया गया जांच दल विकासखण्ड के ग्राम सुजानपुर स्थित पीडि़त के खेत पहुचा। जिसमे  कृषि विभाग के वैज्ञानिक के.एस.यादव,  एसएडीओ देवरी डी.के श्रीवास्तव, एसएडीओ रहली ए.आर.मेड़ा, श्रीमति ममता सिंह ने खेत पहुचकर फसल की जांच की जिसमें पाया गया कि पीडि़त कृषक की फसल में कई प्रकार के बीजों का अपमिश्रण है । जिसके कारण गेंहू के पौधे एवं बालिया विभिन्न  आकारों की है जिसके कारण फसल की गुणवत्ता एवं उत्पादन प्रभावित होगा। 
अधिकारियों द्वारा फसल का सेंपल एकत्र कर पंचनामा कार्रवाई की गई है। अधिकारियों
को सहाकरी समिति चरगुंवा के समिति प्रबंधक नीतेश जैन ने बताया कि उक्त बीज विकास
बीज उत्पादक सहकारी समिति मर्यादित अनंतपुरा से खरीदा गया। जिसे बीज उत्पादक समितिद्वारा सर्टिफाइड 2 श्रेणी का बताया गया था। मामले में  कृषि अधिकारियों द्वारा बताया गया कि मामले में विभाग द्वारा प्रतिवेदन उच्च अधिकारियों को भेजा  जायेगा। किसान द्वारा सरकारी अनुदान के मामले में हिम्मत जुटाते हुए की गई शिकायत एवं सरकारी जांच के बाद कृषि व्यवस्था सवालों के कटघरे में है। 


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