बुंदेलखंड बना पर्यटकों की पसंद, पांच साल में दोगुने से अधिक बढ़े पर्यटक
#संख्या के हिसाब से चित्रकूट में आये सर्वाधिक पर्यटक
#पर्यटकों की संख्या की वृद्धि से लिहाज से झांसी नंबर वन
@गिरीश पांडेय
लखनऊ। शौर्य और संस्कार की धरती। ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से बेहद संपन्न बुंदेलखंड पर्यटकों के आकर्षण के नये केंद्र के रूप में उभरा है। पिछले पांच वर्षों के दौरान बुंदेलखंड क्षेत्र में आने वाले पर्यटकों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि इसका सबूत है। अधिकांश वृद्धि पिछले तीन वर्षो में तब हुई जब योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने।
पर्यटन विभाग से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2015 में बुंदेलखंड में कुल 16349869 पर्यटक आए। वर्ष 2019 के 29 जनवरी तक इनकी संख्या बढक़र 32768418 हो गयी। दोगुने से अधिक की यह वृद्धि पर्यटन विभाग के किसी भी क्षेत्र रीजन में नहीं हुई। बुंदेलखंड के समग्र विकास को लेकर सरकार की जो योजनाएं हैं यकीनन आने वाले समय में इस क्षेत्र में बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे और डिफेंस कॉरीडोर जैसी महत्वाकांक्षी योजनाओं के जरिए निवेश भी आएगा और पर्यटकों की आमद भी बढ़ेगी।
बुंदेलखंड का समग्र विकास मुख्यमंत्री की प्राथमिकता
दरअसल मुख्यमंत्री शुरू से ही बुंदेलखंड की संभावनाओं के मद्देनजर इस पूरे क्षेत्र के विकास के प्रति प्रतिबद्ध रहे हैं। वह तो यहां तक कह चुके हैं कि आने वाले समय में बुंदेलखंड उप्र का स्वर्ग बनेगा। इस घोषणा को धरातल पर उतारने के लिए कई काम भी चल रहे हैं। मसलन हाल ही में बुंदेलखंड के चित्रकूट, बांदा और जालौन जिलों को जोडऩे वाली 14849करोड़ रुपये की लागत वाली 296 किमी लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेस का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिलान्यास कर चुके हैं। सरकार की मंशा इसे 36 की बजाय 24 महीने में पूरा करने की है।
इसी दौरान प्रधानमंत्री ने डिफेंस कॉरीडोर का भी उद्घाटन किया। इसके छह नाड्स में झांसी और चित्रकूट बुंदेलखंड में हैं। इसमें होने वाले प्रथम चरण के 50 हजार करोड़ के निवेश से करीब पांच लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। बेहतर कनेक्टिविटी देने के लिए बुंदेलखंड एक्सप्रेस के अलावा सरकार झांसी और चित्रकूट में हवाई अड्डा बनाने की भी घोषणा कर चुकी है। मुख्यमंत्री भगवान श्रीराम से जुड़े चित्रकूट को प्रयागराज की तरह विकसित करने की घोषणा कर चुके हैं। उनके नेतृत्व में वहां के रामायण मेले को अयोध्या के दीपोत्सव, मथुरा के कृष्ण जन्मोत्सव और बरसाने की होली की तरह नयी पहचान देने की कोशिश की जारी है।सिंचाई और शुद्ध पानी पर जोर
इन कामों के अलावा बुंदेलखंड के समग्र विकास के लिए और भी बहुत कुछ योगी सरकार कर रही है। बुंदेलखंड को सोलर इनर्जी का हब बनाने के लिए चार हजार मेगावॉट सौर ऊर्जा उत्पादन के लिए ग्रीन इनर्जी कॉरीडोर के निर्माण का निर्णय सरकार ने मौजूदा बजट में लिया है।
औसत से कम बारिश के कारण सूखा और पानी की किल्लत बुंदेलखंड की सबसे बड़ी समस्या है। इससे निजात दिलाने के लिए सरकार बारिश के हर बूंद के संरक्षण के लिए खेत-तालाब योजना के तहत वहां युद्ध स्तर पर तालाब खुदवा रही है। इस क्रम में वहां अब तक 8384 से अधिक तालाब खुद चुके हैं। अभी छह हजार से अधिक तालाब खुदने हैं। विश्व बैंक से पोषित उप्र वाटर रीस्ट्रक्चरिंग परियोजना के तहत भावनी, रसिन,बंडई, और लखेरी समेत नौ परियोजनाओं पर भी काम चल रहा है। इनके पूरा होने पर 18399 हेक्टेयर सिंचन क्षमता बढ़ेगी और करीब 16 हजार किसानों को लाभ होगा।
लोगों को शुद्ध पानी मिले इसके लिए पाइप पेयजल योजना के तहत सरकार 9000 करोड़ रुपये की लागत से चरणबद्ध तरीके से हर गांव और घर तक पानी पहुंचाएगी।
बुंदेलखंड क्षेत्र में आने वाले पर्यटक
स्थान पर्यटक-2015 पर्यटक-2015
चित्रकूट 5876469 7239458
झांसी 2940535 8035046
जालौन 1337236 4514591
ललितपुर 1270727 5226251
देवगढ़ 1004575 2261824
बांदा 745549 1211201
कालिंजर 642219 881853
महोबा 1093896 1262402
चरखारी 1022737 623298
राजपुर 415926 623298
हमीरपुर अनुपलब्ध 327510
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कुल 16349869 32768418
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