शिवराज सिंह चौहान सरकार ने बहुमत साबित किया,उधर राज्यसभा चुनाव स्थगित
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ओर से पेश किए गए विश्वास मत प्रस्ताव को सर्वसम्मति से स्वीकृति प्रदान की गयी। इसके साथ ही एक दिन पुरानी चौहान सरकार ने सदन में बहुमत साबित कर दिया।
श्री चौहान ने विशेष सत्र के पहले दिन सदन की कार्यवाही प्रारम्भ होने के बाद विश्वास मत पेश किया, जिसे आसंदी पर आसीन सभापति जगदीश देवड़ा ने पारित कराने के लिए मतदान की औपचारिकता करायी। सदन में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस का एक भी सदस्य मौजूद नहीं था। इस दौरान हुए मतदान में विश्वास मत को ध्वनिमत के जरिए सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया।
इसके पहले श्री चौहान ने अपने संबोधन में कहा कि राज्यपाल ने सरकार को पंद्रह दिनों के अंदर सदन में बहुमत साबित करने के लिए कहा था, इसलिए वे विश्वास मत पेश कर रहे हैं। साथ ही श्री चौहान ने कहा कि उनकी सरकार की सबसे पहली प्राथमिकता मौजूदा हालातों में कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकना है। इस दिशा में कल उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद ही आवश्यक कदम उठाना प्रारंभ कर दिए हैं।
सभापति श्री देवड़ा ने विश्वास मत प्रस्ताव पारित होने के बाद सदन की कार्यवाही 27 मार्च, शुक्रवार को सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। (वार्ता)
इकबाल सिंह बने मुख्य सचिव
उधर इकबाल सिंह बैंस एमपी के नए मुख्य सचिव बनायेगये है।
राज्यसभा चुनाव स्थगित
चुनाव आयोग ने कोरोना वायरस के मद्देनजर देश भर में राज्यसभा के 26 मार्च को होने वाले चुनाव हुए स्थगित कर दिये है । एमपी में तीन सीटों के लिए राज्यसभा के चुनाव होने थे। 26 मार्च को मतदान होना था।
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