कांग्रेस विधायक डंग के इस्तीफे से तय होगया की काँग्रेस में असंतोष बढ़ा है ,और भी होंगे इस्तीफे:पूर्व गृह मन्त्री भूपेंद्र सिंह
#बिना सीमांकन किये ही दिया नोटिस ,कमलनाथ सरकार की बदले की कार्यवाही
सागर। पूर्व गृहमन्त्री भूपेन्द्र सिंह ने न्यायालय तहसीलदार द्वारा दिए गए नोटिस पर कहा है कि सभी जानते है कि बदले की कार्यवाही की जा रही है । कुछ कांग्रेसियों ने आरोप भी लगाये है ।
आज मुझे नोटिस की जानकारी मिली है । लेकिन इसमे कोई नियमो का पालन नही हुआ है ।प्रशासन ने सीमांकन किये बगैर ही नोटिस आननफानन में नोटिस दिया है । जो भी आगे की कार्यवाही होंगी करेगए।
प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री तथा भाजपा विधायक भूपेन्द्र सिंह ने प्रदेश की कमलनाथ सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि कमलनाथ सरकार राजनैतिक द्वेषपूर्ण भावना से ओछी मानसिकता से कार्य कर रही है। उन्हें दिया गया नोटिस भी राजनैतिक प्रतिशोध की भावना से प्रेरित है। भूपेन्द्र सिंह ने कहा है कि राज्य सरकार उन्हें ऐसे नोटिस जारी कर डरा धमका नहीं सकती, क्योंकि जिस जगह को लेकर उनके नाम पर नोटिस जारी किया गया है वह उनकी पैतृक जमीन है और नोटिस जारी करने के पहले कमलनाथ सरकार अगर उक्त जमीन का सीमांकन, नाप और पूरी गहराई में जाकर जांच कराती तो उनकी समझ में सबकुछ आ जाता। लेकिन राजनैतिक बदले की भावना से कार्य करते हुए कमलनाथ सरकार को एक दिन में ऐसा क्या हुआ कि अचानक ही बदले की कार्यवाही से उनके नाम पर नोटिस जारी कर दिया गया जिसमें बिल्कुल भी सत्यता नहीं है। यह केवल प्रतिशोध की भावना से की जा रही डराने धमकाने की कार्यवाही है।
। कांग्रेस के शिकायतवीर केके मिश्रा द्वारा की गई शिकायत को लेकर उन्होंने कहा कि पुलिस को केके मिश्रा के खिलाफ ही ब्लैकमेलिंग की एफआईआर दर्ज करना चाहिए। उनके पास न कोई सबूत है और नही साक्ष्य है और फिर भी पक्षकार बन रहे है।प्रशासन ने एक जमीन के अतिक्रमण को लेकर पूर्व गृहमन्त्री भूपेंद्र सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी किया था।
डंग के इस्तीफे पर बोले पूर्व गृहमन्त्री भूपेंद्र सिंह
पूर्व गृहमन्त्री भूपेंद्र सिंह ने कांग्रेस विधायक हरदीप सिंह डंग के इस्तीफे पर कहा कि डंग के इस्तीफेसे तय हो गया कि कांग्रेस में असंतोष है।भाजपा लगातार यह बात कहती भी आ रही है कि काँग्रेस विधायक खुश नही है। काँग्रेस विधायक अपने क्षेत्रों में नही जा पा रहै है। सरकार को अपनी कार्यप्रणाली सुधारना चाहिए। अन्यथा इस्तीफे आगे भी होंगे।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें