कोरोना वायरस: सेंट्रल जेल में नए बंदियों को रखा जा रहा है पहले आईशोलेशन वार्ड में ,कैदी बना रहे है फेस मास्क
# उधर कैदी बना रहे है फेस मास्क ,सरकारी आर्डर मिले क्वालटी भी बेहतर
सागर। कोरोना वायरस का खोफ से सभी सतर्क और भयभीत है।जेलों में कैदियों की अपनी अलग मुसीबतें है। रोज नए कैदी भी आ रहे है । ऐसे में बचाव के लिए सागर सेंट्रल जेल मे आने वाले नए कैदियों को पहले आईशोलेशन वार्ड में रखा जा रहा है । उसके बाद कैदखाने में । तेजी से संख्या बढ़ने पर दूसरा वार्ड भी बनाया है। दूसरी तरफ कैदी सस्ते और बेहतर फेस मास्क भी बना रहे है । इससे सरकारी सप्लाई भी होने लगी है।
नए हवालाती और बंदियों को आईसोलेशन वार्ड में
सेंट्रल जेल सागर में पहले से ही क्षमता से अधिक कैदी है। ऐसे में कोरोना जैसा वायरस से सुरक्षित रखना प्रसाशन के लिए अहम है।
जेल अधीक्षक संतोष सोलंकी ने तीनबत्ती न्यूज़ .कॉम को बताया कि बंदियों की सुरक्षा के लिहाज से नए आने वाले बंदियों को पहले 10 दिनों तक आईसोलेशन वार्ड में रखा जा रहा है। इसके बाद कैदखाने में। महिला वार्ड भी अलग से बनाया गया है । अभी हाल ही में 85 कैदी आये है। जेल में क्षमता से अधिक बंदी है ।लेकिन सुरक्षा का पूरा इंतजाम है। कैदियों को लगातार हिदायतें बरतने की सलाह दी जा रही है । शासन से मिले आदेशो का पालन कोरोना वायरस को लेकर की जा रही है।
बंदी बना रहे है मास्क
कोविड 19 वायरस से निपटने में सेनेटाईजर और फेसमास्क अहम है । इनकी कालाबाजारी और बढ़ते दाम भी समस्या बढा रहे है । ऐसे में एक अच्छी खबर सेंट्रल जेल सागर से आई है। जेल में बेहतर क्वालिटी के फेसमास्क बनाये जा रहे है। कलेक्टर प्रीति मैथिल ने पिछले दिनों हुई बैठक में जेल में मास्क बनाने निर्देशित किया था।
जेल अधीक्षक संतोष सोलंकी ने तीनबत्ती न्यूज़ को बताया कि जेल में हाथकरघा केंद्र होने के कारण खादी भी बन रही है । जिसका उपयोग फेसमास्क बनाने में उपयोग हो रहा है। जेल में सरकारी आर्डर भी मिलने लगे। डबल कपड़े के इस मजबूत फेसमास्क को बुन्देलखण्ड मेडीकल कालेज ,सेना,पीडब्ल्यूडी आदि महकमो से ऑडर मिलने पर सप्लाई शुरू कर दी है । इसकी कीमत दस रुपये है । शुद्ध खादी से बने इनकी बेहतर क्वालिटी है और पूर्ण सुरक्षित है। पूरे जेल परिसर क्षेत्र में कर्मचारी इन्ही मास्को का उपयोग करते नजर आ रहे है।
विंनोद आर्य ★ तीनबत्ती न्यूज़.कॉम
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