आचार्य श्री विमल सागर जी का मंगलविहार
जरुआखेड़ा में
सागर ।मूकमाटी रचयिता आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य मुनि श्री विमल सागर जी मुनि श्री अनंत सागर जी मुनि श्री धर्म सागर जी मुनि श्री अचल सागर जी मुनि श्री भाव सागर जी महाराज का पद बिहार खुरई की ओर चल रहा है 6 मार्च को जरुआ खेड़ा में मंगल प्रवेश हुआ एवं मंगल आगबानी हुई जगह जगह पर मुनि श्री का पाद प्रक्षालन एवं आरती की गई! इस अवसर पर धर्म सभा को सम्बोधित करते हुए जरुआ खेड़ा में मुनि श्री भावसागर जी महाराज ने संस्कारों का महत्व बताया और कहा कि शिक्षा बच्चों को इस प्रकार से देना चाहिए कि जिससे वह संस्कार वान बने !इसके बाद पद बिहार हो गया और 6 मार्च को आहार चर्या जरुआ खेड़ा में होने के बाद दोपहर में बिहार के बाद रात्रि विश्राम सिलोधा के पास होने के बाद 7 मार्च को प्रातः 8 बजे खुरई नगर में मंगल प्रवेश होगा!
मुनि श्री प्रमाण सागर जी महाराज का मंगल प्रवेश गुरुकुल के पास होगा वहां पर ऐतिहासिक महामिलन 8 मार्च प्रातः 8 बजे संभावित है !
इस महामिलन में पूरे भारत के विभिन्न नगरों से लोग आ रहे हैं!।
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