होली पर रंगारंग विराट कवि सम्मेलन का आयोजन

होली पर रंगारंग विराट कवि सम्मेलन का आयोजन
सागर। बुंदेलखंड हिंदी साहित्य संस्कृति विकास मंच के बैनर तले रंग उत्सव पर पर आयोजित होने वाला विराट कवि सम्मेलन वरिष्ठ साहित्यकार निर्मल चंद निर्मल व जे.पी.पांडे की संयुक्त अध्यक्षता में रात 7:30 बजे बारिश की हल्की फुहारों के बीच संपन्न हुआ। जिसके मुख्य अतिथि पूर्व विधायक सुनील जैन, वरिष्ठ समाजसेवी नरेश चंद विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। वहीं डॉ. सुरेश आचार्य ने भी अपनी गरिमामय उपस्थिति दी। कार्यक्रम के पूर्व मंचासीन एवं गणमान्य जनों का संयोजक मणिकांत चौबे एवं पूरन सिंह राजपूत ने टोपा पहनाकर सत्कार किया।लगभग 40 कवियों ने अपनी रंगारंग प्रस्तुति दी। इस अवसर पर संयोजक बेलिहाज चौबे ने कहा कि यह एक परंपरा है जो नई पीढ़ी को सौंपने का और सीखने का मौका देने का प्रयास है।निर्मल चंद निर्मल ने कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए उसकी निरंतरता की कामना की। सुनील जैन ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों की निरंतरता बनी रहनी चाहिए।प्रो.सुरेश आचार्य ने अपनी शुभकामनाएं प्रेषित कीं। शानदार और जानदार हास्य व्यंग की रचनाओं के साथ पूरन सिंह राजपूत और राधा कृष्ण व्यास के संचालन में सत्कार के साथ हास्य व्यंग की बौछार पढ़ती रही।उभरते हुए दो नए कवि अभिषेक और अरिहंत ने ओज की कविताएं पढीं जिन्हें सराहा गया। सुपरिचित‌ शायर अशोक मिजाज, वृंदावन सरल ने जहां होली पर गजलें पढ़ीं वहीं राधा कृष्ण व्यास, अशोक तिवारी, मुकेश तिवारी,देवकीनंदन रावत,नरेंद्र जैन बिट्टी, दिनेश साहू ने हिंदी बुंदेली के व्यंग प्रस्तुत किए। आयोजक संस्था की ओर से उमा कान्त मिश्र एवं पत्रकार राजेश शास्त्री का सम्मान भी किया गया।शिवरतन यादव ने मधुर फागें सुनाईं। अबरार अहमद ने एकता भाईचारे पर मुक्तक सुनाए। डॉ. अरविंद गोस्वामी,के.एल.तिवारी अलबेला,राजू चौबे,पी.आर.मलैया, टीकाराम त्रिपाठी ,एम.शरीफ,पुष्पदंत हितकर ने अपनी रचनाएं प्रस्तुत कीं।आर. के.तिवारी ने स्वागत कार्यक्रम में उत्साह पूर्वक भागीदारी की।इंजीनियर अशोक तिवारी ने व्यंग्य सुनाए। कार्यक्रम को सफल बनाने में चंद्रकांत चौबे,अमित चौबे,शरद जैन गुड्डू, राजेश नामदेव, मुकेश सोनी आदि का विशेष सहयोग रहा।आभार कपिल बैसाखिया एवं सीताराम श्रीवास्तव ने व्यक्त किया।
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