सेवादल का इतिहास देश की आजादी से जुड़ा रहा है:अमित रामजी दुबे

सेवादल का इतिहास देश की आजादी से जुड़ा रहा है:अमित रामजी दुबे
सागर । जिला शहर कांग्रेस सेवादल का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में सेवादल की कार्यप्रणाली और रीति नीति पर  प्रशिक्षिको और कांग्रेसजनों द्वारा चर्चा की गई। शिविर के  दूसरे दिन झंडावंदन के मुख्य अथिति कार्यकारी अध्यक्ष जितेंद्र चावला और प्रशिक्षण सत्र के अथिति प्रदेश सचिव काँग्रेस कमेटी अमित राम जी दुबे  रहे। इस मौके पर अतिथियों द्वारा झंडावंदन कर  महात्मा गाँधी , सेवादल संस्थापक डाॅ नारायण सुब्बाराव हार्डीकर  के चित्र पर माल्यार्पण कर किया ।

झंडावंदन के अवसर पर कार्यकारी अध्यक्ष श्री चावला ने कहा कि में शिविर में आकर अपने आपको गौरान्वित महसूस कर रहा हूँ। लेकिन मुझे यह दुख भी है कि प्रशिक्षण शिविर में एक कार्यकर्ता के रूप में हिस्सा नही ले पाया। प्रशिक्षण शिविर के शिविराधिपति मो  नूर बेग साहब ने  बूथ मैनेजमेंट के गुण बताए । उन्होंने बताया कि  बूथ कार्यकर्ता की जिमनेदारी अहम होती है । बूथ पर पहले पहुचकर मशीनों का बारीकी से निरक्षणकर मतदान खत्म होने तक रहना चाहिए । उन्होंने कहा कि सेवादल एक अहम इकाई काँग्रेस की मॉनी जाती है । इसे हमेशा आगे रखना हमारा कर्तव्य है ।
प्रशिक्षण सत्र के अथिति प्रदेश सचिव अमित राम जी दुबे ने कहा कि  यदि अनुशाशन सीखना है तो सेवादल से जुडकर ही सीखा जा सकता है । सेवादल का इतिहास गौरवशाली रहा है जिसने देश की आजादी की लड़ाई में अपनी भूमिका निभाई है ।
विधायक तरवर लोधी ने बताया कि सेवादल का गठन आजादी के पहले हुआ था। उस समय सेवादल ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया था। कांग्रेस की  सँस्कृति देश हित की रही है । समय समय पर अलगाववादी ताकतो का मोह तोड़ जवाब दिया है । ऐसे शिविर लगातार आययोजित होना चाहिए। में इसके लिए सिंटू कटारे को धन्यवाद देता हूँ। 
सेवादल अध्यक्ष सिंटू कटारे ने कहा  की सेवादल कार्यकर्ता प्रशिक्षण के जरिये ही  मजबूत  आधार पार्टी में  बनते है।  इसलिए हमारी जिम्मेदारी है कि पूरी मेहनत और लगन के साथ शिविर में सीखे और इनकी सीख का पालन करे। 
वरिष्ठ नेता रफीक गनी ने कहा कि सेवादल ने आपदा हो त्रासदी हमेशा पीड़ित की सेवा को अपना धर्म माना है । आजादी से लेकर आज तक यह परंपरा कायम है ।
इस मौके पर डॉ गौर विवि के इतिहास विभाग के प्रो बी के श्रीवास्तव ने बताया कि सागर की आजादी के  इतिहास में रतोना आंदोलन अहम है । गांधी के अनुयायियों ने यह लड़ाई लड़ी थी।
विवि के भाषा विज्ञान विभाग के पूर्व प्रो बद्री भाई ने कहा कि  सेवा का बड़ा माध्यम है । इसका प्रमाण गांधी जी के विचारों में दिखता है । आज गांधी जी को वह वर्ग भी याद कर रहा है जो उनकी हत्या में शामिल थे । अहिंसक आंदोलन ने ही आजादी दिलाई। 
शिविर में मुख्य प्रशिक्षक द्वारका  चौधरी ने   झंडावंदन की विधि और उसके नियम कायदों और सम्मान के बारे में बताया। 
शिविर  में अध्यक्ष रेखा चोधरी, पूर्व विधायक सुनील जैन, प्रदीप गुप्ता पप्पू  सेवादल के प्रदेश पदाधिकारी विजय साहू ,राकेश भारती ,सिंकदर चौहान,लीलाधर सूर्यवंशी , प्रीतम यादव,कल्लू पटेल ,आनंद हेला, नितिन पचौरी,मीराबाई अहिरवार ,रजिया खान ,रेखा ठाकुर, रामकुमारपचौरी ,रामगोपाल यादव,भेयन पटेल, मुकुल शर्मा,आदि शामिल हुए।
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