ATM तोड़कर केश निकालने वाला गिरोह पकड़ाया, सेंसर तोड़कर निकालते थे रुपये,
सागर।एटीएम तोडकर पैसा निकालने वाले गिरोह को पुलिस को पकड़ने में पुलिस को सफलता मिली है । इसमे एटीएम का प्रबंधन करने वाली कम्पनी के कर्मचारियों की मदद मिली। यह गिरोह एटीएम का मोटर और डिस्पेसचर तोड़कर उससे पैसा निकाल लेते थे। इसका नुकसान बैंक खाता धारकों की बजाय मेन्टेन्स करने वाली कम्पनी को भुगतना पड़ता था। पिछले कई महीनों से ये कम्पनी परेशान थी।गिरोह सागर एवं अन्य जिलों एवं राज्यों में एटीएम , मोटर तथा सेन्सर तोडकर पैसे निकालने वाली गिरोह सकिय था। इसे सागर पुलिस द्वारा सिविल लाइन थाना क्षेत्र से पकडा ।
जिसका खुलासा एसपी अमित साधी अति पुलिस अधीक्षक प्रवीण भूरिया , योगेन्द्र सिंह भदौरिया नगर पुलिस अधीक्षक ने में किया। पिछले दिनों इण्डियन ओवरसीस बैंक की मैनेजर कल्पना तिवारी ने मकरोनिया थाने में आवेदन दिया कि दिनाक 21 से 23 फरवरी तक अवकाश पर था। 24 फरवरी को वापिस आने पर पता चला कि बैंक शाखा के बाजू में बैंक का ATM है । जिसमें पैसा ट्रांजेक्शन बन्द है। इसकी सूचना एनसीआर इंजीनियर को दी। एनसीआर इंजीनियर के आने पर ATM मशीन का केश ATM डिस्पेच र चेक किया उसने बताया कि किसी ने ATM के केश डिस्पेन्सर के साथ छेडछाड किया है एवं डिस्पेनसर टूट गया है । ATM मशीन का केश टेली किया तो पता चला कि 10 , 000 रुपये कम है । फिर हमने क्षेत्रीय कार्यालय को सूचित किया और CCTV फुटेज चैक किया । 26 फरवरी को CCTV फुटेज पैक करने के लिये वेन्डर आया और CCTV फुटेज 3 दिन का पैक किया। चेक करने पर पाया गया कि दिनांक 22 फरवरी की सुबह दो अज्ञात व्यक्ति द्वारा ATM से कैश डिस्पेन्सर के साथ छेड़छाड़कर अवैध तरीके से ATM मशीन से 10 , 000 रूपये निकाल कर ले गये । जो उस घटना cctv कैमरे में कैद हो गई।रिपोर्ट पर थाना मकरोनिया मे धारा 380 के तहत मामला कायम कर लिया गया ।
इस तरह निकालते थे पैसे
गिरोह के लोग पहले ATM से 500 रूपये का ट्रांजेक्शन करके यह देखते है कि ATM मशीन में पैसे है कि नहीं । फिर पुन ATM मशीन से टाजेक्शन करते थे। उस समय ATM मशीन से पैसे निकालते समय एक पेंचकस से शटर असेम्बली ( जिससे पैसे बाहर आता है) में फंसाकर मोटर एण्ड सेंसर तोड़ देते है । जिससे पसे बाहर आ जाते है । जिसे सेन्सर रीड नहीं कर पाता है। जिससे इनके खाते से पैसा नही कटता था। परन्तु ATM के बिजिल खाते से पैसे कट जाते है । जिससे पैसे की कमी के कॉटन ATM मशीन बन्द हो जाती है ।
विवेचना में किस खाते से ATM का आपरेट हुआ। उस्की जानकारी एवं होल्डर के मोबाईल नम्बर के आधार पर जानकारी जुटाई गई।जिसमे अजय राठौर निवासी कानपर के
नम्बर 6306180133 की लोकेशन मकरोनिया चौराहा के पास मिलने पर तलाश प्रांरभ की गई। लोकेशन सिविल लाईन में सेन्ट्रल बैंक ATM पास मिलने पर पीसीआर पहुची। मौके पर साक्षी शेलेन्द्र साहू लोकेशन सुपरवायजर , फाइनेंशियल लॉफ्टवेयर सिस्टम के सहयोग से सदेही मोहित शर्मा पिता कृष्ण कुमार उम24साल निवासी जयनार रसूलाबाद कानपुर देहात और एक बजरंग पितां रामप्रताप सिंह निवासी गोविन्द नगर कानपुर को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई ।जिसने बताया कि उसके साथी सोन उर्फ अजय राठौर , ज्ञानेन्द्र पाण्डे उर्फ रामू एवं अमित यादव कार से यूपी 74 एक्स 5222 सफेद गकी मालति डेजा से भाग गये है। जो उक्त सदेहियों से तीनों साथियों की मोबाइल की लोकेशन ली गई जो आजय राठौर के मोबाइल की टावर लोकेशन सदेही सोनू उर्फ अजय राठौर एवं ज्ञानेन्द्र पाण्डेय को बरोदिया स्टैण्ड पर मिलने पर अभिरक्षा में लिया गया । एक सदेही अमित यादव मय कार के फरार हो गया था ।जिसे ललितपुर टोल प्लाजा के आगे मय वाहन कार यूपी 74 एफ्स 5222 को अभिरक्षा में लिया गया ।
पूछताछ करने पर आरोपी अजय राठौर , मोहित शर्मा , बजरंग , अंकित यादव एवं ज्ञानेंद्र पाण्डेय द्वारा आज भी ओवरसीज बैंक एटीएम मकरोनिया से 10 , 000 रुपये निकालना स्वीकार किया। पुलिस ने धारा 380 ताहि04 ( डी ) आईटी एक्ट 2000 का कायम किया। आरोपियो ने अन्य एटीएम में चोरी करना स्वीकार किया है। इनसे पूछताछ जारी है ।
इनका काम सराहनीय रहा
उक्त आरोपियों को गिरफ्तार करने में निरी0 उपमा सिंह धाना प्रभारी मकरोनिया , उप निरीक्षक अरविन्द सिंह , सउनि धर्मरिह मरावी , आर सुशील चौहान , तंजीम खान थाना सिविल लाईन, अमित शुल्ला सायबर सेल , सीसीटीव्ही प्रभारी उनि आर०एस०चौहान , कंट्रोल रूम प्रभारी आर पी चोबे एवं एसआरव्ही - 1 पायलट शाहिद मिर्जा,राजेश्वरी और बसंत मिश्रा की सराहनीय भूमिका रही ।
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