क्रेशर की रेत दे बनी रेत को मिलेगा बढ़ावा,तीन दिवसीय संगोष्ठी आयोजित
भोपाल। फ्लाई ऐश पर केंद्रित भोपाल में आयोजित तीनदिवसीय संगोष्टि का आज समापन हो गया। अंतरराष्ट्रीय ग्रीन बिल्डिंग मैटेरियल समिट में आज अंतिम दिन क्रश सेंड [क्रेशर पर पत्थर से बनी रेत] पर गोष्ठी आज भोपाल में मध्यप्रदेश के खनिज मंत्री श्री प्रकाश जायसवाल कहा कि भविष्य क्रश सेंड का ही है आने वाले 10 वर्षों में होगा सरकार अब क्रश सेंड को बढ़ावा देगी । समिट में सी एस आई आर डायरेक्टर श्री अविनाश कुमार श्रीवास्तव एम.डी. खनिज निगम महाराष्ट्र मध्यप्रदेश चेंबर्स आफ कामर्स इंडस्ट्रीज के उपाध्यक्ष एवं म.प्र.क्रेशर इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष श्री देवेन्द्र पाल सिंह चावला राजीव गांधी औधोगिक विश्व विद्यालय श्री सुनील कुमार जी मेंबर सेक्रेट्री श्री आर एस कोरी म.प्र.क्रेशर इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के महासचिव श्री आलोक गोस्वामी जी श्री सुधीर पालीवाल ग्रीन एश फाउंडेशन नागपुर ने संबोधित किया के साथ प्रदेश के बिल्डर क्रेशर मालिक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे तीन दिवसीय समिट का आज आखरी दिन था प्रथम दिवस 13 तारीख को फ्लाई ऐश पर के उपयोग को प्रोत्साहित करने पर चर्चा हुई थी जिसमें श्री मलय श्रीवास्तव जी प्रमुख सचिव पी डब्ल्यू डी मध्यप्रदेश शासन ने संबोधित किया एवं उपयोग के शीघ्र दिशा निर्देश जारी किए जायेंगे । यहां उल्लेखनीय है कि देश में फ्लाई ऐश पावर प्लांट ज्यादा बिजली उत्पादन के लगने से बढ़ गयी है उससे प्रदूषण नियंत्रण करने के लिए फ्लाई ऐश का ज्यादा उपयोग हो । श्री देवेन्द्र पाल सिंह चावला ने फ्लाई ऐश ब्रिक्स शासकीय कार्य में अनिवार्य है परन्तु ए सी ब्लाकस जो रेड केटिगिरी में आतें हैं उन रोक लगाने संबंधी अपील की साथ ही आम जन को भी पर्यावरण संरक्षण हित फ्लाई ऐश ब्रिक्स का उपयोग करने को प्रेरित करने की दिशा में क़दम उठाने की बात की आज क्रश सेंड पर चर्चा करते हुए कहा कि भारत में कई प्रदेशों में नदियों की रेत का उपयोग बंद हो गया है और कई प्रदेशों में सु्प्रीम कोर्ट ने नदियों से रेत निकालने पर रोक लगा दी है वहां क्रश सेंड का उपयोग हो रहा है।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें