रेलवे टिकिटों की कालाबाजारी रोकनेअत्याधुनिक साफ्टवेयर लगाए रेलवे विभाग:सांसद मोती लाल वोरा
नईदिल्ली।काँग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य मोतीलाल वोरा ने आज राज्यसभा में रेलवे की टिकिटों की कालाबाजारी का मुद्दा उठाया । राज्य सभा में शन्यकाल में श्री मोतीलाल वोरा, सांसद ने ई-टिकटों की कालाबाजारी और उसके कारणईमानदार रेल यात्रियों को होने वाली असुविधा के सम्बन्ध में बोलते हुए कहाकि रेलवे का टिकट बिक्री का कारोबार सालाना 55 हजार करोड़ का है।मांग व आपूर्ति में भारी अंतर के चलते कंफर्म टिकट की मांग हमेशा बनीरहती है। यात्री मजबूरी में यात्री टिकट की तय कीमत से दोगुना पैसा
दलालों को देते हैं।उन्होंने आगे कहा कि देश में ई-टिकटिंग की कालाबाजारी पिछलेकुछ सालों से चल रही है। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के वर्तमानमहानिदेशक ने ई-टिकट कालाबाजारी के खिलाफ अभियान चलाया है औरइसमें गिरोह की संलिप्तता सामने आई है, जिसके तार पाकिस्तान, बंगलादेश,दुबई और सिंगापुर आदि देशों से जुड़े हैं। रेल यात्रियों को ऑन लाइन
टिकट बुकिंग की सुविधा दलालों के लिए मोटी कमाई का जरिया बन गईहै। देशभर में रोजाना साढ़े तीन हजार से अधिक लम्बी दूरी की यात्री ट्रेनचलती हैं और हर रोज लगभग 12 लाख कंफर्म टिकट की बुकिंग होती है।दलाल आधुनिक साफ्टवेयर की मदद से, आईआर सीटीसी की वेबसाइट मेंसेंधमारी कर, 85 फीसदी कंफर्म टिकट हथिया रहे हैं। रेलवे के माध्यम सेरेल यात्रियों को मात्र 15 फीसदी कंफर्म टिकट मिल रहे हैं। निश्चय ही इसकार्य में काफी बड़ा गिरोह सक्रिय होगा।श्री वोरा ने सरकार से आग्रह किया कि वह ई-टिकटों की दलाली मेंलगे एजेंट तथा अन्य लोगों का पता लगाकर उन्हें गिरफतार करे. और रेलवेका सॉफ्टवेयर अत्याधुनिक लगाया जाये ताकि उसमें सेंघ न लगाई जा सकेऔर इस अवैध कारोबार को रोका जा सके।
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