धर्म का निचोड है अच्छा बनना और अच्छा करना- श्री रावतपुरा सरकार
# राजस्व मंत्री गोविन्द राजपूत और पूर्व गृहमन्त्री भूपेन्द्र सिंह सहित कई भक्तों के यहां पहुचे सरकार
सागर। दूसरो की भलाई करने जैसा कोई दूसरा धर्म नहीं है सभी धर्मो की परिभाषाओं और व्याख्यानों का निचोड है। अच्छा बनना और अच्छा करना। षुक्रवार को संत श्री रावतपुरा सरकार ने कही।
षुक्रवार को सुबह 8.30 बजे प्रार्थना का आयोजन किया गया है। संत श्री रावतपुरा सरकार ने कहा कि भलाई करना कर्तव्य नहीं आनंद है क्योकि वह आपके मन और चित्त के सुख में वृद्वि करता है। उन्होंने कहा कि दूसरों की भलाई करना नि संदेह अच्छा करना है। भूखे को भोजन कराना,वस्त्रहीनों को वस्त्र देना,बीमार लोगों की देखभाल करना,भटकों को सही मार्ग पर लगाना ये सब धर्म का पालन करना है। पर इन सब कामो में अहंकार बिल्कुल नहीं आना चाहियें। क्योकि धर्म वह षाष्वत तत्व है। जो सर्व कल्याण कारी है। ईष्वर ने स्वयं यह प्रकृति ऐसी रची है। कि जिसमें चेतन अचेन जड जीव सभी परहित के पालन में लगे रहते हैं।
राजस्व मन्त्री और पूर्व गृहमंत्री के निवास पर पहुचे
राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के निवास पहुंचे। गोविंद सिंह राजपूत ने परिवार सहित गुरूदेव का आषीवार्द लिया। पूर्व गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह केे निवास पर महाराज श्री के भोजन की व्यवस्था की गई थी। इसके बाद गुरूदेव रत्नेश रावत,समर्थ दीक्षित ,मोहन पटेल एवं षिषुपाल सेंगर,पृथ्वी सिंह के निवास पर पहुंचे।
गोवर्धन नाथ को लगा छप्पन भोग
श्री मद भागवत कथा के पंचम दिवस पर पूज्य महाराज अंकित पचैरी ने भगवान की दिव्य बाल लीलाओं का वर्णन करते हुये माखन चोरी,गौ चरण एवं कालिया मर्दन की लीलाओं का श्रवण कराया। समस्त ब्रजवासियों की इंद्र के कोप से गोवर्धन पर्वत को अपनी कनिष्ठा पर धारण कर रक्षा की। इसके साथ भगवान गोवर्धन नाथ को छप्पन भोग भी लगाया गया।
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