भार्गव पर पलटवार,
मामा के जमाने में शराब दुकानों पर "बैठकर पीने की उत्तम व्यवस्था"के बड़े बोर्ड लगे रहते थे-भूपेन्द्र गुप्ता
भोपाल। मप्र कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने नेता प्रतिपक्ष के बयान जिसमें उन्होने मुखँयमंत्री को माफिया का मसीहा बताया था को हलका बताते हुये भार्गव से पूछा है कि ऐसा बयान देते हुये उन्हें थोड़ा तो संकोच होना चाहिये था।गुप्ता ने भार्गव से सवाल किया कि उनका अपने पूर्व मुख्यमंत्री के बारे में क्या खयाल है जो रेत माफिया,खनन माफिया व्यापम कांड,नर्मदा यात्रा घोटाला,छात्रवृत्ति घोटाला,डंपर कांड के माफियायों पर एक साथ मसीहाई कर रहे थे।उनके समय में तो भगवान तक को नहीं छोड़ा गया।सिंहस्थ की जांच चल रही है।
शराब नीति में 15 साल पहले वाले प्रदेश में ले जाने का सवाल उठाते समय आपको स्मरण ही होगा कि आपके ही राज में दारू की हर दुकान पर "बैठकर पीने की उत्तम व्यवस्था"के बड़े बड़े बोर्ड लगे रहते थे।तब आपको युवाओं के भविष्य का ख्याल नहीं आया।उस समय बेरोजगारी चरम पर थी क्या प्रदेश को प्रगतिशील बनाने की आपकी यही शुरूआत थी।
गुप्ता ने कहा कि श्री भार्गव निश्चिंत रहें प्रदेश आज भी शांति का टापू है जब भाजपा की नीतियों से देश धधक रहा है तब मप्र में शांति है।
इंदौर जैसे सुंदर शहर को जिन माफियायों ने जकड़ रखा था तथा जिन्हें आपके नेताओं का संरक्षण था कमलनाथ सरकार उन्हें सींखचों तक पहुंचा चुकी है।आप एक प्रगतिशील नेता हैं आपसे अपेक्षा है कि भविष्य में इस तरह के बयान दें तो इन बातों पर अवश्य सोचेंगे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें