केंद्रीय जेल सागर में हाथ करघा की प्रथम वर्षगांठ के अवसर पर होगा समवसरण विधान
सागर। केंद्रीय जेल सागर में बंदियों के हितार्थ एवं अपराध मुक्त भारत बने इस भावना के साथ सकल दिगंबर जैन समाज ,सागर द्वारा तीन दिवसीय 16,17 एवं 18 फरवरी को जेल प्रांगण में श्री समवसरण विधान का आयोजन किया जा रहा है ।जेल अधीक्षक संतोष सोलंकी ने बताया कि हाथकरघा के कार्यों से बंदियों में काफी मानसिक सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिल रहा है। यह विधान ब्रह्मचारी संजीव भैया कटंगी एवं ब्रह्मचारी अरुण भैया जी कटंगी के निर्देशन में होगा।
मुनि सेवा समिति के मनोज जैन लालो ने बताया संत शिरोमणि आचार्य गुरुवर श्री विद्यासागर जी महाराज के आशीर्वाद से बंदियों द्वारा हाथकरघा की प्रथम वर्षगांठ के अवसर पर विधान का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें 108 इंद्र ,इंद्राणी हिस्सा लेकर बंदियों के हितार्थ विधान करेंगे । विधान में संजीव दिवाकर, संतोष बिलहरा, अरुण जैन, संतोष अनंतपुरा ,सटटू कर्रापुर सीए प्रियेश जैन, प्रदीप राधेलिया, श्रीमती जयंती पत्नी श्री उत्तम चंद जैन वकील साहब ,दिनेश कर्रापुर ने भी महापात्र बनने की स्वीकृति प्रदान की है।डिप्टी जेलर नागेंद्र चौधरी जी ने बताया कि जहां सभी जीवो को बिना किसी भेदभाव के शरण मिलती है ऐसे समवसरण विधान में डॉ संज्योत माहेश्वरी, स्वाति हलवे ,डॉ स्मिता दुबे एवं सभी वर्ग के पात्र समवसरण विधान में उपस्थित होकर पूजा-अर्चना करेंगे।
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