ननकाना साहिब में लगे नारो को इटेलियन भाषा मे ट्रांसलेट करके सोनिया/राहुल को पढवाये,सिक्खों कादर्द पता चलेगा :भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा
प्रबुद्धजन संगोष्ठी में नागरिकता संशोधन बिल पर कीबातचीत
सागर। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता साबित पात्रा ने कहा है कि पाक में ननकाना साहिब में हुई घटना और नारेबाजी को राहुल सोनिया समझ नही पाए । अल्पसंख्यको के साथ पड़ोसी देश कैसा बर्ताव कर रहे है । दोनो के मन मे ग्लानि के भाव भी नही आते। हम उनको अधिकार देने का काम कर रहे है। संबित आज सागर में मीडिया से चर्चा कर रहे थे।
राहुल ने GST को पढा और CAA पर बोले
राहुल गांधी के इस बयान पर CAA/NPR टैक्स है । इस पर कहा कि राहुल गांधी को सिर्फ विरोध करना आता है । राहुल GST का विरोध करने का पाठ पढ़ कर आये थे। इसलिए वे इनको टैक्स बताते जीएसटी से तुलना कर गए।
नारे इटली भाषा मे ट्रांसलेट कराकर बताए ताकि इनको दर्द समझ मे आये
पाक में सिख के खिलाफ नारेबाजी की घटनाओं पर संबित पात्रा ने कहा कि ईंन नारो को कोई इटेलियन भाषा मे ट्रांसलेट करे और इनको दिखाए सुनाए। किस प्रकार की प्रताड़ना अल्पशख़्यक पाक में झेल रहे है। इससे बड़ा कोई प्रमाण नही मिलेगा। इसको राहुल समझे।
उन्होंने स्व राजीव गांधी का जिक्र करते हुए कहा कि राजीव जी पर सिखों की हत्या का आरोप है आज पाक की घटनाएओ का दर्द मा बेटा(राहुल सोनिया) क्यो समझेंगे। इनका दर्द तो मोदी ने समझा है।
कैलाश विजयवर्गीय तो भाजपा के दमकल
इंदौर में भाजपा नेेताआ केेलाश विजयवर्गीय के आग लगाने वालेबयान पर संबित पात्रा ने कहा कि कैलाश जी ऐसा नही कर सकते है । वो तो आग बुझाने वालो में गिने जाते है। वे तो भाजपा के दमकल है।
साबित पात्रा आज सागर में बुद्धिजीवी वर्ग से नागरिकता कानून के समर्थन में चर्चा करने आये थे।
महात्मा गांधी के सिद्धांतो का पालन कर रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी - संबित पात्रा
प्रबुद्धजन संगोष्ठी में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून का नवां संशोधन में स्पष्ट कहा गया है कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश ये हमारे पड़ोसी इस्लामिक देश है इन तीनों इस्लामिक देशों में धर्म के नाम पर जिन अल्पसंख्यको के ऊपर प्रताड़ना होती है उन अल्पसंख्यको में से जो अल्पसंख्यक 21 दिसम्बर 2014 तक हिन्दुस्तान आ गये है उनको हम नागरिकता देंगे। इन तीनों देशों के सभी अल्पसंख्यक हिन्दु, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और इसाई जो इन देशों में धर्म के नाम पर सताये जाते है। हिन्दुस्तान का ये कत्र्तव्य बनता है कि हम उनको नागरिकता दें और इस संशोधन के माध्यम से हम नागरिकता देने का कार्य कर रहे है। उन्होंने कहा कि जब हिन्दुस्तान का विभाजन हुआ था जो वह धर्म को आधार बनाकर इसे दो खंडो में बांटा गया था और उस समय प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू और पाकिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष लियाकत अली के बीच में समझौता हुआ था कि 1950 में यह कहा कि अपने राष्ट्र में जो अल्पसंख्यक है उनकी रक्षा करेंगे। परंतु अफसोस की बात है कि हुअ इस तरह कि भारत ने तो अल्पसंख्यको की रक्षा की परंतु पाकिस्तान एवं अन्य पड़ोसी देशो में अल्पसंख्यक को प्रताड़ना देने का काम किया गया और यही कारण है कि दिनो दिन उन देशों में अल्पसंख्यको की संख्या में गिरावट आयी। जबकि हिन्दुस्तान में अल्पसंख्यको की जनसंख्या में बढ़ोतरी हुई। उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में पाकिस्तान में सिखों के धर्मगुरू के स्थान गुरूद्वारे पर हमला किया गया और सिखो की बेटियों को निकाह के लिये मजबूर कर धर्मांतरण का काम किया गया। उन्होंने कहा कि जो हस्ताक्षर उस समय नेहरू जी और लियाकत अली ने किया था उसे आज देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने पूरा किया है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी जी ने 1947 में अपनी प्रार्थना सभा में स्पष्टता के साथ कहा था कि हिन्दुस्तान का फर्ज बनता है कि कोई भी हिन्दु भाई जो पाकिस्तान से प्रताड़ित होकर भारत में आता है उसकी नागरिकता की चिंता, नौकरी, रहने की चिंता देश की होनी चाहिये। परंतु इतने गांधी परिवार के प्रधानमंत्री आने के बाद भी महात्मा गांधी की बात को नहीं मानता है और बड़े गौरव की बात है कि महात्मा गांधी के सिद्धांतो को मानने की कोई चिंता कर रहा है तो वह देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी है।
प्रबुद्धजन संगोष्ठी का संचालन संयोजक डाॅ. अनिल तिवारी और आभार जिला अध्यक्ष प्रभुदयाल पटैल ने माना।
ये रहे मौजूद
संगोष्ठी में सागर सांसद राजबहादुर सिंह, संभागीय संगठन मंत्री केशव सिंह भदौरिया, खुरई विधायक भूपेन्द्र सिंह, प्रदीप लारिया, शैलेन्द्र जैन, महेश राय, डाॅ. अनिल तिवारी, अभिषेक भार्गव,डॉ सुशील तिवारी, नारायण कबीर पंथी,अनुराग प्यासी, लक्ष्मण सिंह, सुधीर यादव , सुखदेव मिश्रा, गौरव सिरोठिया,शैलेष केशरवानी, राजेश सैनी, प्रदीप राजौरिया, जगन्नाथ गुरैया,अर्पित पांडे,नवीन भट्ट, श्याम तिवारी, डाॅ. एन के जैन, इन्दु चैधरी, डाॅ. ओ.पी. शिल्पी, के.वी.एस. ठाकुर, तेजी सिंह राजपूत, श्रीमती संध्या भार्गव, हरिनारायण यादव, जाहर सिंह, सुषमा यादव, विनी पटैरिया, नईमखान, आदि शामिल हुये।
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