माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही जारी रहेगी ,दवाई और शिक्षा माफिया पर भी होगी कार्यवाही: परिवहन मंत्री गोविन्द राजपूत

माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही जारी रहेगी ,दवाई और शिक्षा माफिया पर भी होगी कार्यवाही:  परिवहन मंत्री गोविन्द राजपूत
सागर । प्रदेश के परिवहन और राजस्व गोविन्द राजपूत ने कहा है कि एमपी में सरकार अनाधिकृत काम करने वाले यानी माफियाओं के खिलाफ लगातार कार्यवाहि कर रही है । इससे उन पर रोक लगेगी। उन्होंने आज मीडिया से कहा कि सीएम से प्रदेश में दवा और शिक्षा माफिया के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए भी अनुरोध करूंगा। उन्होंने इस मौके पर प्रदेश में हुई कार्यवाहियों  की जानकारी दी। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले पंद्रह सालों की भाजपा  शाषित सरकार में कई तरह के माफिया पनपे है । जिससे व्वयस्था बिगड़ी। इनको सुधारने का काम मुख्यमंत्री के नेतृत्व मर सरकार और शासन कर रही है। प्रदेश में जगह जगह डिग्री सड़को पर बिक रही है । वही दवाओं की बिक्री और एक्सपायरी दवाओं का धंधा  चल रहा है। ईंन पर कार्यवाही होना चाहिए। उन्होंने कहा कि  सागर में जल्द ही राजकीय विवि खुलेगा।
मध्यप्रदेश में माफिया मुक्ति का शंखनाद है कमलनाथ सरकार
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार को विरासत में गुण्डा और गाफिया राज मिला था। वो  प्रदेश , जो कभी देश की कला और संस्कृति की राजधानी माना जाता था, उसे 16 सालों की भाजपा राजकी सरपरस्ती में अपराधों और माफिया के गढ़ में तब्दील कर दिया गया था।माफिया बैखौफ होकर लोगों की जमीनों पर कब्जा कर रहे थे, सहकारी समितियाँ संगठित
माफियाओं के हवाले कर दी गई थी, पत्रकारिता जैसे पवित्र उददेश्यों की आड़ में महिलाओं की
मजबूरियों का फायदा उठाकर खुलेआम डांस बार चलाया जा रहा था, लोगों को ब्लैकमेल किया जा रहाथा । ड्रग माफिया प्रदेश के नौनिहालों को नशे के गर्त में ढकेल रहे थे । मिलावट माफिया खाने में
जहर मिला रहे थे, अवैध शराब और रेत माफिया प्रदेश के राजस्व पर डाका डाल रहे थे। लोगों कोअपना व्यापार करने के लिये भी वसूली माफियाओं के आगे घुटने टेकने पड़ते थे । इतना ही नहीं,माफियाओं का आलम यह था कि इंसान तो इंसान, भगवान तक को नहीं छोड़ा गया । उनकी भूमि परभी कब्जा कर लिया गया था, जिसे हाल ही में मुक्त कराया गया ।
उन्होंने जारी बयान में कहा कि मध्यप्रदेश के यशस्वी संवेदनशील मुख्यमंत्री कमलनाथजी ने संकल्प लिया है कि प्रदेश केकोने-कोने से चुन-चुन कर माफियाओं का सफाया किया जाएगा और कानून का राज स्थापित कियाजाएगा । प्राथमिक रूप से 11 प्रकार के माफियाओं को चिन्हित किया गया है, ड्रग माफिया, भू-माफिया,
वसूली / फिरोती माफिया, शराब माफिया, मिलावट माफिया, चिटफण्ड माफिया, अवैध कॉलोनी माफिया,ब्लैकमेल माफिया, माइनिंग माफिया, ट्रान्सपोर्ट माफिया और सहकारी माफिया, जिनके खिलाफ समूचेप्रदेश में व्यापक रूप से कार्यवाही की जा रही है।
अब तक की कार्यवाही में 615 भू-माफियाओं पर, 694 शराब माफिया, 150 मिलावट माफिया, 65सहकारी माफिया, 149 वसूली माफिया तथा ट्रान्सपोर्ट माफियाओं के 1063 वाहनों पर कार्यवाही की गईहै अर्थात समूचे प्रदेश में माफियाओं पर कहर बनकर कमलनाथ सरकार टूट पड़ी है और उन्हें सलाखों
ट्रान्सपोर्ट माफिया की तोड़ेंगे कमर :-
प्रदेश में बीते 15 सालों में माफियाओं द्वारा अवैध वाहनों का संचालन, अवैध रूप से खनिजों कापरिवहन और फायनेन्स कम्पनियों द्वारा अनाधिकृत यार्ड में लोगों के वाहनों को जबरदस्ती उठाकर छिपालेना इत्यादि अपराध किये जा रहे थे । सरकार ने इन्दौर, भोपाल, जबलपुर, सतना, सिंगरोली।एवं ग्वालियर शहरों में फायनेन्स कम्पनियों द्वारा बनाये गये 18 अवैध यार्डों पर कार्यवाही की और लगभग
1745 वाहनों को वहाँ से जब्त किया तथा इन माफियाओं से राजस्व वसूला जा रहा है।।
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