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होम्योपैथिक चिकित्सकों को मार्डन मेडीसन प्रशिक्षण की उठी मांग ,जैव चिकित्सा अवशिष्ट प्रबंधन पर सेमीनार

होम्योपैथिक चिकित्सकों को मार्डन मेडीसन प्रशिक्षण की उठी मांग, जैव चिकित्सा अवशिष्ट प्रबंधन पर  सेमीनार 

# पूर्व मंत्री सुरेंद्र चोधरी और जिलापंचायत प्रतिनिधि राजीव हजारी को दिया ज्ञापन

सागर। होम्योपैथिक चिकित्सा से जुड़े विभिन्न डॉक्टरों द्वारा  जैव चिकित्सा अवशिष्ठ प्रबंधन पर एक कार्यशाला के साथ-साथ संभागभर के होम्योपैथिक डॉक्टरों की लंबित मांगों को लेकर एक सेमीनार आयोजित किया गया।इस मौके पर  मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन पूर्व मंत्री सुरेन्द्र चौधरी तथा जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि युवा नेता राजीव हजारी को सौंपा गया। इस अवसर पर सुरेन्द्र चौधरी ने कहा कि होम्योपैथिक चिकित्सक बहुत अच्छा कार्य कर रहे है और उन्हें स्वास्थ्य सेवाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए शासन से बहुत अपेक्षाएं भी है। उनकी विभिन्न मांगों को शासन स्तर तक पहुंचाने के प्रयास किये जायेंगे। 
विशिष्ठ अतिथि राजीव हजारी ने होम्योपैथिक चिकित्सकों को नए वर्ष की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जितने भी बड़े हॉस्पिटल है उनमे ंहोम्योपैथिक चिकित्सक की महत्वपूर्ण भूमिका है, प्राथमिक उपचार से लेकर सभी तरह के ट्रीटमेंट होम्यापैथिक चिकित्सक कर रहे है। एमडी, एमएस डॉक्टर जहां मरीजों को महज मसबिरा एवं सलाह देने का कार्य कर रहे है होम्योपैथिक डॉक्टर सेवा भाव से कार्य कर मेडीकल क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाए हुए है। होम्योपैथिक चिकित्सक संघ की विभिन्न मांगें लंबे समय से लंबित है। और उन्हें नेशनल हेल्थ पॉलिसी में भी शामिल किया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में तो शासन की योजनाओं के साथ-साथ स्वास्थ्य क्षेत्र में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। होम्योपैथिक चिकित्सकों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में पदस्थ करने एवं आयुष विंग में चिकित्सकों को पद स्थापित करने एवं उन्हें मार्डन मेडीसिन का प्रशिक्षण देने की नियमावली बनाने सहित अन्य मांगों को प्रदेश सरकार के समक्ष रखेंगे जिससे उनकी लंबित समस्याओं का निराकरण हो सकें। 
संघ के अध्यक्ष लखन पटेल ने भी संघ की विभिन्न मांगों को अतिथियों के समक्ष रखा और अतिथियों का स्वागत करते हुए मार्गदर्शन की अपेक्षा की। इस अवसर पर होम्योपैथिक चिकित्सक संघ द्वारा जैव चिकित्सा अवशिष्ठ प्रबंधन पर कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें अवशिष्ठ प्रबंधन को लेकर उपस्थित डॉक्टरों द्वारा अपने-अपने विचार रखे गये। 
ये रहे मौजूद
कार्यक्रम में डॉ. दिवाकर मिश्रा, डॉ. लखन पटेल, डॉ. विकास पटेल, डॉ. भूपेन्द्र यादव, डॉ. लक्ष्मी पवार, डॉ. इनाम खान, डॉ. दिशा श्रीवास्तव, डॉ. पाण्डेय सहित संभागभर से आये होम्योपैथिक चिकित्सक शामिल हुए। 
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