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एयर मार्शल विभास पांडे वीएसएम ने वायु प्रभारी-अधिकारी रखरखाव के रूप में पदभार संभाला ,सागर में भी है करीबी नाता

एयर मार्शल विभास पांडे वीएसएम ने वायु प्रभारी-अधिकारी रखरखाव के रूप में पदभार संभाला ,सागर में भी है करीबी नाता
सागर।।एयर मार्शल विभास पांडे वीएसएम ने भारतीय वायु सेना के वायु प्रभारी-अधिकारी रखरखाव के रूप में पदभार संभाल लिया है, जो 1 जनवरी, 2020 से प्रभावी हो गया है। उनका सागर से भी करीबी नाता है । एयर मार्शल विभास पांडे सागर आ चुके है।  उनकी बहिन श्री मति ज्योत्स्ना पांडे सागर में FSL में वैज्ञानिक है। जैसे ही यह खबर आई तो सागर में शुभचिंतकों ने प्रसन्नता जाहिर की और शुभकामनाएं दी।
1984 में वायु सेना से जुड़े
एयर मार्शल विभास पांडे 29 अगस्त, 1984 को भारतीय वायु सेना में वैमानिकी अभियंता (मैकेनिकल) के रूप में जुड़े थे। उन्होंने लड़ाकू विमान के साथ भारतीय वायु सेना में अभियांत्रिकी अधिकारी के रूप में अपना करियर शुरू किया था और बाद में उन्होंने परिवहन विमानों एवं हेलिकॉप्टरों से जुड़े रखरखाव कार्यों का भी अनुभव हासिल किया था। उन्होंने फ्लाइट इंजीनियर के रूप में हेलिकॉप्टरों पर लगभग 1200 घंटे तक उड़ने का अनुभव हासिल किया है। वह रोटरी विंग विमानों के लिए वायु सेना परीक्षक भी रह चुके हैं।वह आईआईटी पवई, मुंबई से रिलायबिलिटी इंजीनियरिंग में स्नातकोत्तर हैं। वह कॉलेज ऑफ एयर वारफेयर और नेशनल डिफेंस कॉलेज के भी एक पूर्व विद्यार्थी हैं।
वह 11 बेस रिपेयर डिपो में सीनियर प्रोडक्शन इंजीनियर, कॉलेज ऑफ एयर वारफेयर के वायु आयुध निरीक्षण प्रकोष्ठ, खमरिया, निर्देशन स्टाफ के कमांडिंग ऑफिसर और डब्ल्यूएसी के मुख्यालय में कमान इंजीनियरिंग अधिकारी के पदों पर काम कर चुके हैं। उन्होंने 1 सीआईएमडी के सीओ के रूप में भारतीय वायु सेना में स्वदेशीकरण अभियान का भी नेतृत्व किया है। उन्होंने जिन कुछ महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है उनमें एक प्रमुख बेस रिपेयर डिपो की कमान संभालना, ईएसी के मुख्यालय में वरिष्ठ रखरखाव स्टाफ अधिकारी और वायु सेना के मुख्यालय में एसीएएस इंजीनियरिंग (टीएंडएच) के रूप में सेवाएं देना भी शामिल हैं। वर्तमान पदभार संभालने से पहले वह महानिदेशक (विमान) के पद पर कार्यरत थे।
सागर से नाता, जताई प्रसन्नता
एयर मार्शल विभाष पांडे का सागर से करीबी जुड़ाव है।एयर मार्शल विभाष पांडे की बड़ी बहन ज्योत्स्ना पांडे सागर में एफएसएल में वैज्ञानिक  है। इस उपलब्धि पर मित्रों-परिचितों को सूचना मिली तो उनको बधाईया दी। ज्योत्स्ना पांडे ने अपने भाई को बधाईया दी । पूर्व महापौर अभय दरे ने डॉ. ज्योत्सना कोबधाई देनेपहुंचे। डॉ.पांडे ने बताया कि  वैसे तो हमारा परिवार मूलतःजबलपुर का रहने वाला है।माता-पिता के निधन के बाद अब मेरे घर पर ही आते-जाते हैं। दो महीने पहले नवंबर में मेरी बिटिया की शादीमें शामिल होने के लिए वे सागरआए थे। उन्होंने बताया कि विभाष ने जबलपुर के सरकारी इंजीनियरिंगकॉलेज से मेकेनिकल ब्रांच में बी ई की है।
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