लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए मताधिकार का प्रयोग करें: जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री सिंह
सागर ।लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए मताधिकार का प्रयोग करें उक्त विचार जिला एवं सत्र न्यायाधीष केपी सिंह ने 10वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर शासकीय महारानी लक्ष्मी बाई स्कूल क्रमांक-01 सागर में जिला स्तरीय कार्यक्रम में व्यक्त किए। इस अवसर पर कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती प्रीति मैथिल नायक, पुलिस अधीक्षक अमित सांघी, जिला पंचायत सीईओ सीएस शुक्ला, उप निर्वाचन अधिकारी श्री आदित्य शर्मा, नगर निगम कमिष्नर आरपी अहिरवार, डिप्टी कलेक्टर सुश्री अमृता गर्ग, एसडीएम संतोष चंदेल, जिला दण्डाधिकारी पवन बारिया, श्नोद वैद्य साहित विभिन्न विभागों के अधिकारी/कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं मौजूद थी।
जिला एवं सत्र न्यायाधीष श्री सिंह ने कहा कि नवीन मतदाता अपना मताधिकार का प्रयोग करते हुए मतदान करने के लिए जागरूक भी करें। जिससे मजबूत लोकतंत्र की स्थापना हो सके।
कलेक्टर ने किया निर्वाचन आयोग के संदेश का वाचन
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती प्रीति मैथिल नायक ने भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी संदेष का वाचन किया एवं कहा कि सागर जिले में 16 लाख 28 हजार से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर अपने पंसद का जन-प्रतिनिधि चुनते है और इस प्रक्रिया में यह सभी अधिकारी/कर्मचारी पूरे मनोयोग से सहयोग करके पूरी चुनाव प्रक्रिया को सफलता पूर्वक संपन्न कराते है। इसके लिए उन्होंने सभी को बधाई दी।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री शर्मा ने मतदाता दिवस का प्रतिवेदन एवं स्वागत भाषण देते हुए कहा कि जिले में 20 हजार 700 नवीन मतदाताओं को जोड़ा गया है। जो लोकतंत्र को मजबूती प्रदान करेंगे। कार्यक्रम में जिले में आयेजित मतदाता जागरूकता संबंधी विभिन्न प्रतियोगिताऐं जैसे निबंध, वाद-विवाद, चित्रकला, स्लोगन, कवि संम्मेलन, प्रश्नमंच एवं केम्पस एम्बेसेडर, सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सफल विद्यार्थियों एवं अधिकारी/कर्मचारियों को मुख्य अतिथि जिला एवं सत्र न्यायाधीष श्री केपी सिंह द्वारा सम्मान स्वरूप प्रशस्ति पत्र प्रदान किये गये।
कार्यक्रम के पूर्व में अतिथिद्वय का स्वागत एमपी तिवारी, एचपी कुर्मी, वाईएस राजपूत, वायपी सिंह, जीएस रोहित, आरके वैद्य आदि ने किया। कलापथक द्वारा मतदाता दिवस से संबंधित गीत प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम का संचालन अरविंद जैन ने किया जबकि आभार डा. अमर जैन ने माना।
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