विवि में तीन दिन में तीन चंदन के पेड़ काटकर चोरी , एक प्रोफेसर के यहां दो दफा घुसे चोर, शिक्षकों में दहशत, शिक्षक संघ ने लिखा पत्र
सागर। डॉ हरीसिह गौर केंद्रीय विवि सागर में चोरों के हौसले बुलंद है । खासकर चंदन चोरों के। चंदन चोर प्रोफेसरों केआवासीय परिसर में घुसकर बरसो पुराने कीमती चंदन के पेड़ आरा मशीन से काटकर ले जाते है । विवि की सुरक्षा व्यवस्था हाथ पर हाथ धरे बैठी रहती है। पिछले तीन दिन में तीन स्थानों पर चंदन के पेड़ काटे गए। सबसे गोर तलब यह है कि एक प्रोफेसर के यहां पिछले तीन दिन में दो दफा पेड़ कटे। जबकि पहली घटना की शिकायत भी हुई थी। विवि शिक्षक संघ ने इन घटनाओं पर चिंता जताते हुए कुलपति प्रो आर पी तिवारी को पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की है। शिक्षकों को भी सता रहा है कि यदि चंदन चोरी हो सकता है तो घरों में भी चोरियां मुमकिन है।इसकी प्रतिलिपि सागर के पुलिस महानिरीक्षक और विवि अनुदान आयोग दिल्ली के सचिव को भी भेजी है।
शिक्षक संघ ने लिखा पत्र
विवि में बढ़ती चोरियों को लेकर यूनिवर्सिटी टीचर्स एशोशिएशन ने अध्यक्ष प्रो ए पी दुबे के पत्र के मुताबिक विगत शुक्रवार दिनांक 28 दिसम्बर 2019 एवं शनिवार 29 दिसम्बर 2019 की दरमियानी रात को प्रा० जे.के. मिश्रा के आवास क्र० सी.-22 के प्रांगण में घुसकर चोरों ने चंदन का वृक्ष जो लगभग 20 वर्ष पुराना था, काट लिया। इसी दौरान अंग्रेजी विभाग के प्रो0 एवं विभागाध्यक्ष बी.आई गुरू के घर पर भी चंदन का वृक्ष काटा गया एवं दोनों ही आवासों में एक दो अधकटे वक्ष भी छोडे गये। इसकी शिकायत प्रो० मिश्रा ने सुरक्षा विभाग के प्रमुख एवं कुलसचिव को लिखित में दी किन्तु, उसपर कोई कार्यवाहीनही हुई।
इस अनदेखी का परिणाम यह है कि आज दिनांक 31.12.2019, को सुबह यह ज्ञात
हआ कि प्रो० मिश्रा के आवास से दुबारा प्रांगण के अंदर घुसकर दूसरा चंदन का वृक्ष काटा गया है, जो कि 20 वर्ष से अधिक आयू का था।
कार्यवाही नही ,चोरों के हौसले बुलंद
पत्र में लिखा कि कोई कार्यवाही न होने के कारण चोरों के हौसले बुलंद हैं और वे लगातार
घर के अंदर घुसकर चोरी करने मे जरा भी हिचकिचाहट महसूस नहीं कर रहे हैं इसलिए लगातार दूसरेदिन चोरों ने वृक्ष काटने की वारदात को अंजाम दिया।यद्यपि, विश्वविद्यालय आवासीय परिसर के लिए यह कोई पहली घटना नहीं है। विगत कई वर्षों से अनवरत केम्पस में / आवासों में चंदन के वृक्षों की कटाई एवं कीमती सामान चोरी की घटनाये।जारी हैं। किंतु वर्तमान घटना से केम्पस के शिक्षकों में असुरक्षा एवं भय व्याप्त है क्योंकि जिसे अनैतिकता से धन कमाना है वह घरों के अन्दर घुसकर चोरी भी कर सकता है।
अपने प्रमुखों की सुरक्षा में लगा है सुरक्षा तंत्र
ऐसा प्रतीत होता है कि विश्वविद्यालय सुरक्षा तंत्र केवल अपने प्रमुख मुखियाओ और उनके आवासों कि सुरक्षा कर अपने कर्तव्यों की इतिश्री मान लेता है। आशा है कि इस शिक्षक संघ के पत्र का हश्र भी पूर्व प्रेषित पत्रों की भाँति अनुत्तरीय नहीं रहेगा।
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