युवाओं को अपने देश के प्रति सजग और जागरूक रहना जरूरी:ABVP
राष्ट्रीय अध्यक्ष हुए शामिल शोभायात्रा में
सागर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद महाकोशल का 52 वा प्रांत अधिवेशन में आज शोभा यात्रा निकाली गई। जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष एस.सवैया, प्रांत अध्यक्ष संदीप खरे, प्रांत मंत्री सुमन यादव, प्रदेश सहमत्री शोभा यात्रा में रहे ।जिसका स्वागत, स्वागत समिति महामंत्री अवधेष मलैया, अनिल तिवारी ने किया। शोभायात्रा में भव्य स्वरूप देखने को मिला। जिसमें 800 छात्र प्रतिनिधि भारत माता के जयकारों के साथ अनुषासित रूप से शोभा यात्रा में शामिल हुए। इसके बाद शोभा यात्रा का समापन खुला अधिवेषन के रूप में हुआ।
जिसमें मुख्य रूप से खुला अधिवेषन मंच पर राष्ट्रीय अध्यक्ष एस. सवैया प्रांत मंत्री सुमन यादव, सत्येन्द्र पटवा, आषीष गौतम, संकल्प जैन, राज रैकवार, देवेन्द्र जी प्रमुख थे।
संकल्प जैन ने अपने भाषण में कहा सी.ए.ए, अयोध्या निर्णय देष के लिए हितकारी है। अनुच्छेद 370 ने केवल आतंकवाद और अलगाववाद को जन्म दिया था। अनुच्छेद 370 और 35 ए हटने से घाटी के अंदर कई जनकल्याणकारी योजनायें लागू हुई। राम मंदिर निर्णय जनता की भावना का सम्मान किया है। सुप्रीम कोर्ट ने सी.ए.ए. , अ.भा.वि.प. का मानना है सभी का खून है शामिल यहां की मिटटी में लेकिन जो घुसपैठियों को पनाह दे वो हिन्दुस्तानी थोडी है। प्रदेष सहमंत्री आषीष गौतम ने कहा जे.एन.यू. में हो रही ऐसी घटनाओं का हम विरोध करते है। नक्सलवादों को चुनौती देते है हम सभी युवाओं को अपने देष के प्रति सजग और जागरूक रहना है।
वही पूर्व प्रदेष मंत्री सत्येन्द्र पटवा ने कमलनाथ सरकार पर हमला बोला। देष के युवाओं को गुमराह कर रही है। प्रदेष की प्रगति को आगे बढाने के लिए अ.भा.वि.प. केम्पस में जाएगा जब जब छात्र बोला है राज्य सिंघासन डोला है। इस प्रकार से चुनौती देते हुए प्रदेष सरकार को कोसा। प्रदेष मंत्री सुमन यादव ने षिक्षा, भारत की संस्कृति को सीखने का मौका दिया हैं मिषन साहसी जैसे कार्यक्रम से छात्राओं को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग करते हुए आत्मनिर्भर बनाया है। षिक्षा का बजारीकरण हो रहा है। इस प्रकार कांग्रेस सरकार को कोसा। छात्रावास की कमी है । खेल के मैदान का अभाव है। षिक्षा के माफियों पर कार्यवाही हो। महिला की अस्मिता उसका गहना होती है। हमारा देष उन्नति कर रहा है। नगर मंत्री राज रैकवार ने खुले अधिवेषन का आभार व्यक्त किया। रात्रिकालीन सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए।
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