"विज्ञान और हम "पत्रिका 15 दिनों में प्रकाशित होंगी, कलेक्टर ने दिए निःर्देश


"विज्ञान और हम "पत्रिका 15 दिनों में प्रकाशित होंगी, कलेक्टर ने दिए निःर्देश
इंस्पायर अवार्ड प्रदर्शनी
सागर ।विज्ञान विषय में रूचि बढ़ाने इंस्पायर प्रदर्षनी प्रेरणादायी सिद्ध होगी। इससे छात्र-छात्रायें पढ़ाई के साथ विज्ञान के क्षेत्र में आगे बढ़ सकेंगें। उक्त विचार कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक ने इंस्पायर अवार्ड मानक योजना वर्ष 2019-20 के जिलास्तरीय विज्ञान प्रदर्षनी के शुभारंभ अवसर पर व्यक्त किये। इस अवसर पर संयुक्त संचालक लोक षिक्षण  आरएन शुक्ला, दिल्ली से आये  आषुतोष शुक्ला एच पी कुर्मी ,नियर्णक  आषीष वर्मा, डा. संध्या पटैल, डा. आरएस पाण्डेय जिला षिक्षा अधिकारी डा. महेन्द्र प्रताप तिवारी, नोडल अधिकारी  आरके बैघ मौजूद थे।
विज्ञान और हम पत्रिका जारी होगी
        कलेक्टर श्रीमती मैथिल नायक ने कहा कि पढ़ाई के अलावा अन्य ज्ञानवर्धक पुस्तिकों का अध्ययन करना चाहिये। उन्होंने कहा विज्ञान के प्रति रूचि बढ़ाने के लिये इस प्रकार की प्रदर्षनी सार्थक सिद्व होती है। उन्होंने कहा कि प्रदर्षनी का नाम इंस्पायर का तात्पर्य इस को देखकर आगे बढ़ना है।
     श्रीमती नायक ने इस अवसर पर जिला षिक्षा अधिकारी को निर्देष दिये कि जिले की समस्त शासकीय शालायें कक्षा 6 से 12 तक के छात्र-छात्राओं एवं षिक्षकों के माध्यम से 15 दिवस के अन्दर विज्ञान से संबंधित विषयों पर एक पत्रिका विज्ञान और हम प्रकाषित करें जिसमें समस्त शालाओं से आये हुए लेख एवं नये-नये आइडियाज संलग्न किये जाये। श्रीमती नायक ने कहा कि उक्त पत्रिका में रिद्वि तिवारी का साक्षातकार एवं अनुभव भी संलग्न किये जाये।
    जिला षिक्षा अधिकारी डा. महेन्द्र प्रताप तिवारी ने स्वागत भाषण एवं प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। संयुक्त संचालक लोक षिक्षण आर एन शुक्ला ने अपने उद्बोधन में कहा कि विज्ञानिक रूचि बनाने के लिये यह प्रदर्षनी मील का पत्थर साबित होगी। विगत वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर चयनित उत्कृष्ट विद्यालय की छात्रा रिद्वि तिवारी ने अपने अनुभव बताये। कार्यक्रम के पूर्व में सरस्वती पूजन एवं वंदना प्रस्तुत की गई तत्पष्चात उत्कर्ष पब्लिक स्कूल एवं जैन पब्लिक स्कूल के छात्र-छात्राओं ने प्राचार्य रजनीष जैन के मार्गदर्षन दर्षन में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गए।
मॉडल बने आकर्षण का केंद्र
प्रदर्षनी में आये मॉडलों में दमोह जिले के उर्षा बैरागी के डिसेविलिटी स्लोप, मीना गौड़ के स्वयचलित्र फाटक, छतरपुर के प्रिंस के घास काटने की मषीन, राज विष्वकर्मा के स्प्रिंग शीट का उपयोग, सागर की प्रियांसी यादव का सांप को पकड़ने का यंत्र एवं रिन्की लोधी फु्रट कुकर के माडल आकर्षण केन्द्र बने हुये है। कार्यक्रम का संचालन श्री नीलेष चौबे ने किया।
          डा. आषुतोष गोस्वामी, सीजे फिलप, श्री मनीष नेमा, जिला विज्ञान अधिकारी श्री एनके श्रीवास्तव, श्री शैलेंद्र जैन, समितियों में श्री मनोज अग्रवाल, श्री मनोज तिवारी, श्री अनिल मिश्रा, श्री जी के सोनी, श्री अतेन्द्र गुप्ता, श्री आनंद गुप्ता, श्री अनुभव श्रीवास मौजूद थे।                
                                 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें