श्रमण परंपरा समप्रभाहक पुस्तक का विमोचन हुआ आचार्य श्री के सानिध्य में
सागर । नेमावर में विराजमान संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के ससंघ सानिध्य में "श्रमण परंपरा संवाहक" पुस्तक का विमोचन भाग्योदय तीर्थ सागर में बन रहे सर्वतोभद्र जिनालय के ट्रस्टी सुरेंद्र सट्टू कर्रापुर के परिवार द्वारा किया गया। वर्णी कॉलोनी निवासी स्वर्गीय ज्ञानचंद जैन की स्मृति में सुरेंद्र जैन सट्टू कर्रापुर सविता रानू जैन, मनीष जैन स्वाति जैन के परिवार के द्वारा 16000 पुस्तकों का प्रकाशन कराया गया है यह पुस्तक आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के संयम स्वर्ण महोत्सव के अंतर्गत कर्रापुर परिवार ने प्रकाशित कराई है। विमोचन समाज के अध्यक्ष अशोक पाटनी सागर समाज की ओर से महेश बिलहरा आनंद जैन स्टील, सुरेंद्र मालथोन प्रेमचंद उपकार, राजेश जैन रोड लाइंस,ऋषभ जैन, आनंद जैन बिलहरा, देवेंद्र जैना स्टील, अनिल जैन पप्पू पड़ा सहित बड़ी संख्या में सागर जैन समाज के पदाधिकारी और श्रद्धालु उपस्थित थे। पुस्तक के विमोचन के बाद सुरेंद्र जैन सत्तू कर्रापुर ने पुस्तक आचार्यश्री के कर कमलों में समर्पित की।
मुनि सेवा समिति के सदस्य मुकेश जैन ढाना ने बताया की रविवार 1 दिसंबर को शंका समाधान कार्यक्रम के जनक आचार्य श्री के परम प्रभावक शिष्य मुनि श्री प्रमाण सागर महाराज का लगभग 16 वर्ष बाद मंगल मिलन नेमावर तीर्थ क्षेत्र में हुआ। इस अवसर पर मुनि श्री प्रमाण सागर महाराज और मुनि श्री विराट सागर महाराज ने आचार्य गुरुदेव का पाद प्रक्षालन किया इस अवसर पर बाल ब्रह्मचारी विनय भैया बंडा और ब्रह्मचारी सुनील भैया अनंतपुरा ने कार्यक्रम का संचालन किया।
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