सागर जिले में सर्वाधिक राहतगढ़ से बालिकाएं लापता, आरोपियो पर रखा इनाम
सागर ।सागर जिले में बीते वर्ष के आपराधिक आकड़े आधिकारिक रूप से अभी पुलिस ने यूं तो जारी नहीं किए है। लेकिन गत दिवस पुलिस द्वारा जिले के कुछ थाना क्षेत्रों में से लापता हुई या अपहरण करकर ले जायीं गई महिलाओं के बारे में जानकारी देते हुए संबंधित अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अब ईनामी राशि घोषित की है। पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने सभी अज्ञात आरोपियो का सुराग देने पर 3-3 हजार का इनाम घोषित किया है।
पुलिस द्वारा जारी इन आंकड़ों को देखे तो इनमें सर्वाधिक करीब 1 दर्जन बालिकायें राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के सुरखी विधानसभा क्षेत्र के राहतगढ़ से लापता है। इनमें भी एक मामले में आरोपी जो अज्ञात दर्शाया जा रहा है पर पॉस्को एक्ट का मामला दर्ज है.
वर्ष के आखिरी माह दिसंबर में आमतौर पर पूरे साल जिले में हुए अपराध का लेखा-जोखा सामने आता है. पुलिस प्रशासन ने अभी तक इस गुजरते हुए वर्ष के आधिकारिक आपराधिक आंकड़े तो जारी नहीं किए है लेकिन दो दिन पूर्व पुलिस प्रशासन द्वारा जिले के तीन थाना क्षेत्रों से अपह्रत की गईं युवतियों के अज्ञात आरोपियों के अभी तक पता साजी न होने पर उनके खिलाफ ईनाम राशि की उद्घोषणा जरूर जारी की गई है. उल्लखेनीय यह है कि ऐसे सभी 16 मामलों में सभी आरोपी अभी तक अज्ञात ही दर्शाये जा रहे है और सभी पर तीन हजार रूपए का ईनाम घोषित किया गया है. हांलाकि इनमें तीन प्रकरण ऐसे है जो कि पांच वर्ष पूर्व के है यानि 5 सालों में भी पुलिस न तो अपह्रत हुई युवती को तलाश कर पायी बल्कि आरोपी की पहचान भी अभी तक नहीं हो सकी है. पुलिस द्वारा जारी किए गए इन आंकड़ों को देखे तो 16 मामलों में से सर्वाधिक 11 प्रकरण प्रदेश के परिवहन एवं राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के विस क्षेत्र सुरखी के राहतगढ़ थाना क्षेत्र के है. इनमें भी एक मामले में पुलिस ने पॉस्को एक्ट के तहत प्रकरण तो दर्ज किया लेकिन प्रकरण में आरोपी कौन है यह शायद पुलिस को भी नहीं मालूम इसलिए अज्ञात आरोपी दर्शाया गया है. बहरहाल यह तो जिले के महज तीन थाना क्षेत्रों के आंकड़ें है जहाँ से लापता या अपह्रत हुई युवतियों के प्रकरण सामने आये है। ऐसे तीन कोतवाली और दो केंट थाना क्षेत्र के है। इनके अतिरिक्त जिले में बीते वर्ष के दौरान ही ऐसे करीब दो सैकड़ा मामले अभी पुलिस के पास पैंडिंग है जिनमें न तो अपह्रत हुई युवती की बरामदगी हो सकी है ना ही संबंधित मामले में आरोपी की ही पतासाजी की जा सकी है.
आरोपियों की पहचान हुई
इस मामले में राहतगढ़ थाना प्रभारी आशीष सप्रे से जब जानकारी ली गई तो उनका कहना था कि ऐसे मामलों की पूरे प्रदेश स्तर से मॉनीटिरिंग की जा रही है. जो प्रकरण दिए गए है उनमें से कई में आरोपियों की पहचान हो चुकी है. अपह्रर्ताओं को भी जल्द ही बरामद करने की कोशिश की जा रही है. इन आरोपियों पर ईनाम इसी लिए घोषित किया गया है।
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