प्रधानमंत्री आवास में गड़बड़ी, कमिश्नर से कार्यवायी के लिए पत्र लिखा महापौर ने, आडिटोरियम का निर्माण घटिया, ठेकेदार /इंजीनियर के खिलाफ़ कार्यवाही के निर्देश

प्रधानमंत्री आवास में गड़बड़ी, कमिश्नर से कार्यवायी के लिए पत्र लिखा महापौर ने,
आडिटोरियम का निर्माण घटिया, ठेकेदार /इंजीनियर के खिलाफ़ कार्यवाही के निर्देश

सागर । नगर  निगम सागर के  महापौर अभय दरे  अपने इस  कार्यकाल के अंतिम दिनों में सख्त नज़र आ रहे है । महापौर  ने संभाग कमिश्नर को पत्र लिखकर मांग की है कि प्रधानमंत्री आवास योजनाके बी. एल. सी.  घटक के तहत प्लाट पर एवं कच्चे मकान को पक्का बनाने के लिए शासन द्वारा दी जाने वाली ढाई लाख रूपये की राशि की किश्तें हितग्राहियों के खाते में भेजने के लिए बी. एल. सी. शाखा में पदस्थ कर्मचारियों द्वारा हितग्राहियों से पैसे की मांग की जा रही है तथा पैसा लेकर ही किस्तें उनके खातों में भेजी जा रही हैं| इस प्रकार की शिकायतें लगातार मेरे पास सभी वार्डों के हितग्राहियों द्वारा की जा रही हैं| साथ ही बी. एल. सी. शाखा के कर्मचारियों द्वारा कलेक्टर द्वारा अनुमोदित 3337 के हितग्राहियों की डी.पी.आर. में कई पेजों को बदलकर उनमे नए हिग्राहियों के नाम जोड़ दिए हैं जिसकी जांच कराकर दोषी पाए जाने वाले कर्मचारियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाए|।
महापौर ने पत्र में लेख किया है कि बी.एल.सी. योजना के अंतर्गत पात्र हितग्राहियों को योजना का लाभ दिया जाता है, किन्तु विगत एक वर्ष से देखा जा रहा है कि योजना शाखा में शामिल कर्मचारियों कि भूमिका संदेह पूर्ण है, यहाँ तक की 3337 हितग्राहियों की सूची जिसमे कलेक्टर महोदय, आयुक्त के प्रत्येक पेज पर हस्ताक्षर थे, उस सूची को छेड़छाड़ कर दूसरी सूची आ रही है| इस प्रकार की मेरे समक्ष अनेक बार शिकायतें आईं कि  राजकुमार गुप्ता तथा अन्य उनके साथ के कर्मचारियों द्वारा बी.एल.सी. शाखा में अनेक प्रकार की अनियमितताएं एवं शिकायतें प्राप्त हो रही हैं| यहाँ तक की मेरे द्वारा की गयी जन सुनवाई में शहर के सभी 48 वार्डों की गरीब जनता द्वारा बी.एल.सी. के सम्बन्ध में आवेदन प्राप्त हुए जो मेरे माध्यम से बी.एल.सी. शाखा को  भेजे गए, किन्तु उन गरीब हितग्राहियों के नाम काटकर धनाढ्य लोगों के नामलिस्ट में जोड़कर बी.एल.सी. योजना का लाभ दिया जा रहा है|
बी.एल.सी. शाखा में पदस्थ नगर निगम के लिपिक  राजकुमार गुप्ता,  दिनेश कन्नोजिया, तथा अन्य प्लेसमेंट एजेंसियों के माध्यम से कार्यरत कर्मचारियों की कार्य प्रणाली संदेह पूर्ण है| ऐसा ज्ञात हुआ है कि नगर निगम के कर्चारियों द्वारा अपने प्राइवेट एजेंट नियुक्त कर वार्डों में भेजे जा रहे हैं और हितग्राहियों से रकम ली जा रहे है|अतः इस सम्बन्ध में बी.एल.सी. शखा में पदस्थ लिपिक एवं अन्य कर्मचारियों की जांच कराकर दोषी पाए जाने वाले कर्चारियों के विरद्ध सख्त कार्यवाही की जाए।
आडिटोरियम का निर्माण घटिया
 महापौर अभय दरे ने मेयर इन काउंसिल के सदस्यों के साथ मोतीनगर चौराहा के पास लगभग 12 करोड़ रूपये की लागत से बनाये जा रहे ऑडिटोरियम के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया| निरीक्षण के दौरान उन्होंने ग्राउंड फ्लोर में किये गए कार्य की सराहना की उसके बाद प्रथम तल के कार्य का जब उन्होंने निरीक्षण किया तो दीवालों पर किये गए प्लास्टर के कार्य में घोर लापरवाही की गयी साथ ही कार्य में  गुणवत्ता का ध्यान भी नहीं रखा गया| महापौर ने जब चाबी से दीवालों पर किये गए प्लास्टर की टेस्टिंग की तो प्लास्टर निकलने लगा| इसके साथ ही दीवालों पर जगह जगह दरारे पायी गयी साथ ही प्रथम तल पर बाउंड्री वाल को ठीक तरह से न बनाये जाने पर महापौर ने नाराजगी व्यक्त करते हुए सम्बंधित ठेकेदार एवं इंजीनियर के विरुद्ध सख्त कार्यवाही के निर्देश निगम आयुक्त को दिए हैं|
      निरीक्षण के दौरान महापौर ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान द्वारा भाजपा परिषद् के कार्यकाल की यह एक  बड़ी उपलब्धि सागर को ऑडिटोरियम निर्माण के लिए दी गयी थी यह प्रोजेक्ट लगभग 12 करोड़ रूपये की लागत से तैयार किया जा रहा है| मेरे द्वारा पूर्व में भी कई बार निरीक्षण किया गया था उस समय भी मैंने कहा था कि ऑडिटोरियम के निर्माण में किसी भी प्रकार की लापरवाही न की जाए उसके बाद भी आज निरीक्षण के दौरान पाया कि प्रथम तल पर ठेकेदार द्वारा प्लास्टर सहित अन्य कार्यों में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया| इसके साथ ही प्रथम तल पर निर्माण के दौरान तराई न किये जाने के कारण दीवालों में क्रेक आ गए हैं| कार्य में लापरवाही किये जाने पर  ठेकेदार एवं सम्बंधित इंजिनियर के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी| |निरीक्षण के दौरान एम्. आई. सी. सदस्य  विनोद तिवारी, याक्रति जडिया, नीरज जैन गोलू, धर्मेन्द्र खटीक, सुबोध पाराशर सहित अन्य लोग उपस्थित थे|
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