खुरई क्षेत्र में 1.35 लाख हेक्टेयर की सिंचाई योजनाओं को लगा ग्रहण,मालथौन -बांदरी के कॉलेज के बजट में कटौती
विधानसभा में भूपेन्द्र सिंह के सवाल पर खुलासा
*सागर।* खुरई विधायक भूपेन्द्र सिंह ने पिछली सरकार में गृह एवं परिवहन मंत्री रहते हुए विधानसभा क्षेत्र खुरई में 13 सिंचाई परियोजना स्वीकृत कराई थी। जिनके साकार होने पर 1 लाख 35 हजार हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र सिंचित होना है। मगर प्रदेश में कांग्रेस सरकार आने के बाद इनके निर्माण कार्य की गति धीमी पड़ गई है। आलम यह है कि 40 हजार हेक्टेयर क्षेत्र सिंचित करने वाली हनौता जलाशय वृहद परियोजना में निर्माण कार्य की भौतिक प्रगति मात्र एक परसेंट है और छह लघु परियोजनाओं में उपलब्धि शून्य है। यह खुलासा विधानसभा में जल संसाधन मंत्री द्वारा दिये जबाब में हुआ है।
विधानसभा में पूर्व गृहमंत्री एवं विधायक भूपेन्द्र सिंह के प्रश्न पर जल संसाधन मंत्री हुकुम सिंह कराड़ा ने जानकारी दी है कि 90 हजार हेक्टेयर क्षेत्र को सिंचित करने वाली बीना सिंचाई एवं बहुउद्देशीय परियोजना के तहत चकरपुर बाॅध का निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाकर नींव खुदाई एवं कांक्रिटिंग का कार्य किया गया है। इस तरह चकरपुर बाॅध की भौतिक प्रगति 12 परसेंट है। जबकि मढ़िया बाॅध की भौतिक प्रगति शून्य है।
खुरई विधानसभा क्षेत्र में 40 हजार हेक्टेयर जमीन में सिंचाई के लिए पूर्व गृहमंत्री भूपेन्द्र सिंह द्वारा स्वीकृत कराई हनौता जलाश्य वृद्ध परियोजना में बहु भौतिक प्रगति मात्र एक परसेंट है। जबकि इस परियोजना की पिछली भाजपा सरकार ने 4 अक्टूबर 2018 को प्रशासकीय स्वीकृति दे दी थी और कार्य पूर्णता का लक्ष्य सन् 2023 रखा गया है। खुरई विधायक भूपेन्द्र सिंह ने पिछली सरकार में गृह एवं परिवहन मंत्री रहते हुए खुरई विधानसभा क्षेत्र में सिंचाई के लिए 11 लघु योजनाएं भी स्वीकृत कराई थीं, जिनसे 5185 हेक्टेयर जमीन सिंचिंत होना है। मगर इनमें से सेवन जलाश्य, मंगरा जलाश्य, नोठा जलाश्य, बरौदिया चंद्रापुर जलाश्य, पठार जलाश्य और बीजरी सागौनी जलाश्य की भौतिक प्रगति शून्य है। जिसका कारण भू-अर्जन और वनभूमि का निराकरण नहीं हो पाना बताया गया है। अन्य 5 लघु योजनाओं में लक्ष्छाशिर जलाश्य की भौतिक प्रगति 2 परसेंट, चुरारी जलाश्य की 40 परसेंट बरौदिया नौनागिर जलाश्य, की 50 परसेंट, नेतना जलाश्य की 55 परसेंट और बीकोर कलां जलाश्य की 70 परसेंट बताई गई है।
मालथौन, बांदरी काॅलेज के बजट में कटौती
पूर्व गृह एवं परिवहन मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने पिछली भाजपा सरकार में मालथौन और बांदरी में शासकीय काॅलेज खुलवाये थे। इन दोनों काॅलेज में छात्रों की संख्या बढ़ रही है। मगर कांग्रेस सरकार ने इनके बजट में कटौती कर दी है। बांदरी काॅलेज के भवन निर्माण हेतु स्वीकृति देने में भी अब उदासीनता बरती जा रही है। विधान सभा में पूर्वमंत्री एवं विधायक भूपेन्द्र सिंह के प्रश्न पर खेल और युवक कल्याणमंत्री जीतू पटवारी ने बताया है कि मालथौन काॅलेज में वर्ष 2018-19 में प्रवेशित विद्यार्थियों की संख्या 1427 तथा बांदरी काॅलेज में 348 है। सत्र 2019-20 में मालथौन काॅलेज में प्रवेशित विद्यार्थी संख्या 1508 तथा बांदरी में 555 है। दोनों काॅलेज में स्वीकृत शैक्षणिक पदों पर अतिथि विद्वानों द्वारा कार्य किया जा रहा है। वर्ष 2018-19 में मालथौन काॅलेज को आबंटित बजट 44,11,922 रुपए तथा बांदरी काॅलेज को 28,79,500 रुपय था। वर्ष 2019-20 में मालथौन काॅलेज को 31,27,040 रुपए और बांदरी काॅलेज को 13,51,500 रुपए अब तक आबंटित किए गए हैं। मालथौन काॅलेज के भवन निर्माण हेतु 6.50 करोड़ की प्रशासकीय स्वीकृति में से 610.14 लाख का आबंटन कार्यकारी एजेंसी पीआईयू को दिया जा चुका है। मंत्री जीतू पटवारी ने बताया कि बांदरी काॅलेज के स्वयं के भवन निर्माण हेतु प्रस्ताव प्राप्त हुआ है। भवन स्वीकृति हेतु समय-सीमा बताया जाना संभव नहीं है।
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