NCC का 74 वा स्थापना दिवस, शिविर का आयोजन
सागर। प. दीनदयाल उपाध्याय, शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय सागर में एन.सी.सी. कैडेट्स द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया ।शिविर के प्रारंभ में कैप्टन ए.सी. जैन ने बतायाकी 24 नवम्बर को एन.सी.सी. का 71 वाॅ स्थापना दिवस है। स्थापना दिवस के अवसर पर समूचे देश में एक सप्ताह तक एन.सी.सी. कैडेट्स के द्वारा विभिन्न सामाजिक सरोकार के कार्य किये जाते है ।उसी के तहत् हम भी रक्तदान शिविर का आयोजन कर रहेे है। जिला चिकित्सालय से रक्त संचय हेतु उपस्थित दल के प्रभारी डाॅ. राम कुमार ने कहा कि एक स्वस्थ्य व्यक्ति के शरीर में चार-पाॅच लीटर रक्त होता है। एक बार रक्तदान में मात्र 300 मिली ग्राम रक्त लिया जाता है जिससे व्यक्ति को कोई नुकसान नहीं होता तथा वह रक्त पाॅच से सात दिन में पुनः बन जाता है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कर्नल आर.डी. सिंह भाट्यिा 11 म.प्र. बटालियन एन.सी.सी. ने बताया कि रक्तदान के क्षेत्र में हम अभी सबसे पीछे है तथा अमेरिका सबसे आगे है। डर, भ्रम, तथा जागरूकता के अभाव में हम अपने परिवार के सदस्यों को भी रक्त देने में हिचकिचाहट महसूस करते है जबकि इसमें कोई डर की बात नहीं होती। रक्त का कोई विकल्प नहीं है। वैज्ञानिक भी अभी रक्त का विकल्प नहीं खोज पाये अतः हमें रक्तदान में सदैव आगे रहना चाहिए। इससे बडा दान कोई नहीं। डाॅ. अमर कुमार जैन रक्तदान को जीवन दान बताया अतिरिक्त संचालक डाॅ. जी. एस. रोहित ने रक्त को महादान बताते हुये कहा कि हमे भ्रातियों से दूर रहना चाहिए। रक्तदान से बड़ा दान कोई नहीं होता है अतः हमें खुद रक्तदान करना चाहिए तथा दूसरो को रक्तदान करने के लिए प्रेरित करना चाहिए। यह प्रकार का गुप्तदान है हमे पता नहीं होता है कि हमारा दिया गया रक्त किसकी जान को बचायेगा।
रक्तदान शिविर में 35 एन.सी.सी. कैडेट्स एवं एक सेना के जवान ने रक्तदान किया। इस अवसर पर एन.सी.सी. के लगभग 125 कैडेट्स कर्नल सुनील कौल, प्रशासनिक अधिकरी 11 एम.पी. बटालियन, एन.सी.सी. सूबेदार सुरजीत सिंह, हवलदार सुरेश, डाॅ. संजीव दुबे तथा जिला चिकित्सालय की पूरी टीम उपस्थित थी।
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