नवाचार के प्रयोग से शिक्षा को आनंदमय बनाए :डाॅ. अशोक कडेल


नवाचार के प्रयोग से शिक्षा को आनंदमय बनाए :डाॅ. अशोक कडेल
 सागर स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय में शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के निमित्त महाकोशल प्रांत की बैठक  हुई। इस अवसर पर शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के प्रांतीय कार्यालय का उद्घाटन स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय में डाॅ. अशोक कडेल क्षेत्रीय संयोजक शिक्षा संस्कृति उत्थान के कर कमलो द्वारा  किया गया कार्यालय प्रभारी का दायित्व  नरेन्द्र दुबे को दिया गया। तदोपरांत प्रांतीय बैठक का शुभारंभ द्वीप प्रज्जवलन करके किया गया। स्वागत भाषण कुलाधिपति डाॅ. अजय तिवारी के द्वारा दिया गया। इस अवसर पर अमरमउ दमोह, टीकमगढ, पन्ना, नरसिंहपुर, शहडोल, राहतगढ, छतरपुर एवं जबलपुर से कार्यकताओं ने अपनी सहभागिता की। 
      प्रथम सत्र में अशोक कडेल ने शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के क्रमिक विकास पर अपने विचार रखे। आपने बताया कि देश को बदलना है तो शिक्षा को बदलना होगा तथा शिक्षा के नए विकल्प हेतु कार्य करना होगा। माॅ, मातृभूमि एवं मातृभाषा का कोई विकल्प नही है इसलिए हमें मातृभाषा के प्रति जागृत रहना होगा।  
       द्वितीय सत्र में शिक्षण संस्थाओं द्वारा किए गए शैक्षिक प्रयोग पर विचार रखा गया। जिसमें राहतगढ के श्री रामेश्वर लोधी, डाॅ. हरीसिंह गौर विश्व विद्यालय के  विकास पाठक, स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय के डाॅं सुखदेव वाजपेयी, श्री ऋिषि चैबे, छतरपुर के डाॅ. ब्रजेश तिवारी, जबलपुर के डाॅ. नीलेश ने अपने प्रयोग यथा कागज की लुगदी के गाॅधी की मूर्ति का निर्माण, पुराने वस्त्रों के थैली बनाकर प्लास्टिक निषेध का संदेश, पर्यावरण रक्षक दल, गोबर से दीपक एवं कागज के दोना पत्तल बनाने का प्रशिक्षण आदि का प्रस्तुती करण किया गया। राष्ट्रीय कार्यशाला 17-18 अगस्त से दिल्ली, राष्ट्रीय कार्यशाला कुरूक्षेत्र एवं चिंतन बैठक कोयम्बटूर का प्रस्तुतीकरण डाॅ. सुखदेव वाजपेयी,  प्रेमचंद खैमरिया एवं श्शोक कडेल द्वारा बताया गया। इसी सत्र में शिक्षा के ज्ञान रूपी आलोक और आध्यात्मिक शक्ति के श्रोत् ज्ञानोत्सव की तिथियाॅ शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के प्रांत अध्यक्ष डाॅ. अजय तिवारी द्वारा सुनिश्चित कराई गई। यथा 29 नबंवर अमरमउ, 7 दिसम्बर हटा, 14 दिसम्बर शहडोल, 22 दिसम्बर टीकमगढ, 29 दिसम्बर राहगढ एवं 11-12 जनवरी सागर के लिए निर्धारित की गई।
       न्यास के आयामों को गतिशीलता प्रदान करने के लिए डाॅ. आशीष यादव को संयोजक, पर्यावरण संयोजक डाॅ. दिनेश सिंह, तकनीकी शिक्षा संयोजक  ऋिषि चैबे एवं  अनुराग ताम्रकार, प्रबंधन संयोजक डाॅ. नीरज तोपखाने, शिक्षण शिक्षा संयोजक श्री कीर्ती शुक्ला, डाॅ. राजेश दुबे,  हरेन्द्र सारस्वत को दायित्व दिया गया। इस बैठक में आठ जिलों से 51 कार्यकर्ता उपस्थित रहे, जिसमें प्रांत अध्यक्ष डाॅ. अजय तिवारी, प्रांत संयोजक डाॅ. रामकुमार रजक जबलपुर, सह-संयोजक डाॅ. राजेन्द्र कुररिया एवं डाॅ. विवेकानंद उपाध्याय के साथ सभी जिलों के संयोजक एवं सह-संयोजक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन डाॅ. सुखदेव वाजपेयी एवं  नरेन्द्र दुबे के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ।
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