Editor: Vinod Arya | 94244 37885

यूरिया की किल्लत,पुलिस थाने बटी किसानों को यूरिया नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के गृहनगर में

यूरिया की किल्लत,पुलिस थाने बटी किसानों को यूरिया 
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के गृहनगर में
सागर ।एमपी में खाद यूरिया की किल्लत बनी है । पर्याप्त भंडारण के वावजूद किसान परेशान है । इसकी एक तस्वीर एमपी में  विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के गृहनगर में देखने मिली । सागर जिले के  गढ़ाकोटा तहसील  मे  यूरिया खाद की मारा-मारी चल रही है। इस समय फसलो को यूरिया की बेहद आवश्यकता है जिस कारण किसान किसी भी कीमत पर यूरिया लेने के मजबूर हैं । गढ़ाकोटा के पुलिस थाना परिसर से किसानों को यूरिया की पर्चियां वितरित की गई। जहां पर किसानों की लंबी लाइन दिन भर लगी रही। ओर किसानों को मंडी की जगह थाने में यूरिया खाद बांटा गया।
यूरिया खाद गढ़ाकोटा के मध्यप्रदेश राज्य सहकारी विपणन संघ मर्यादित को मजबूरन गढ़ाकोटा थाने से वितरण इसलिए करना पड़ा कि मंडी कार्यालय में किसानों को जब पता चला कि खाद आ गया है तो किसानों की भारी भरकम भीड़ हो गई । जहां पुलिस उपलब्ध नहीं हुई तो यूरिया खाद का पंजीयन किसानों थाने में किया गया। प्रत्येक किसान को अभी 5 बोरी यूरिया खाद उपलब्ध कराया जा रहा है।
 वहीं प्रबंधक मुन्नालाल पटेल के अनुसार आने वाले दिनों में 600 टन यूरिया खाद गोदाम में आने वाला है वर्तमान में 11 सौ छोटी बोरी दाने 19 सौ बड़े दाने की खाद गोदाम में रखी हुई है जबकि किसानों को अभी छोटे दाने की खाद चाहिए ।इस मामले में किसानों से बात की तो उनका कहना था कि 15 से 20 दिन हो जाने के बाद भी आज ही यूरिया खाद कार्यालय में आया हुआ था किसान भाइयों की भीड़ बढ़ गई और व्यवस्था बिगड़ने लगी इसलिए थाने से वितरण हो रहा है।
किसानो की भीड़ इसलिए पुलिस का सहारा
इस मामले में वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी ओपी नरवरिया का कहना है उनको  प्रबंधक द्वारा बताया गया था कि किसानों की भीड़ के कारण वितरण मे परेशानी हो रही है तो मैंने एसडीएम  से बोलकर थाने से वितरण का वोला था जिससे सुरक्षा बनी रही यूरिया खाद की कोई कमी नहीं है किसानों मैं छोटे बड़े दानों का भ्रम है बड़े दानों का यूरिया प्रर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है जो किसान लेते नहीं है।
दरअसल सहकारी समितियों में मोटे दाने का यूरिया पहुँचा है। जिसके उपयोग से किसान परहेज कर रहे हैं। जबकि रिटेल दुकानों पर यूरिया का स्टॉक नही है। जिस कारण किसान छोटे दाने के यूरिया को भटक रहे हैं। आपको बता दें कई किसान तो आसपास के नगरों से यूरिया ला रहे हैं।
Share:

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें

Archive