पहल। मृत्युभोज बंद कर गरीब बच्ची की शिक्षा का खर्च उठाएगा सोनी परिवार

पहल। मृत्युभोज बंद कर गरीब बच्ची की शिक्षा का खर्च उठाएगा सोनी परिवार
सागर। सागर में स्वर्णकार समाज के एक परिवार ने मृत्यु भोज बन्द कर उस राशी से गरीब बिटिया की पढ़ाई  का खर्च उठाने का  निर्णय लिया है। बड़ा बाजार में मोहन नगर निवासी व ज्वेलर्स व्यवसायी कृष्णकुमार (अनिल) सोनी अपनी माँ श्रीमती तारादेवी के निधन के बाद मत्युभोज नहीं कराएंगे। पूर्व में भी उनकी चाची वा रामदास सोनी मम्मा की धर्मपत्नी उमादेवी के निधन के बाद समाज ने उनके घर से मृत्युभोज बंद करने का निर्णय लिया था। सोनी परिवार मृत्युभोज बन्द कर अब समाज की गरीब बच्ची की पढ़ाई का पूरा खर्च उठाएंगे। 
सर्व स्वर्णकार समाज ने छह महीने पहले मृत्युभोज को बन्द करने का निर्णय करीब 6 महीने पहले लिया था। इसमें संगठन के प्रदेशाध्यक्ष व महापौर अभय दरे, समाज के मुखिया भगवानदास सोनी, जिलाध्यक्ष माखन लाल सोनी सहित समज के वरिष्ठों ने रामदास सोनी (मम्मा) के परिवार से मृत्युभोज जैसी कुप्रथा को बंद करने का निर्णय लिया था। इसी कड़ी में उसी परिवार में ज्वेलर्स व्यवसाई कृष्णकुमार सोनी वा सर्व स्वर्णकार समाज की प्रदेश सचिव अर्चना सोनी की माताजी  तारादेवी सोनी का बीते 17 नवंबर को निधन के बाद मरत्युभोज न कराने का निर्णय लिया है। मृत्युभोज के बजाय अब गंगजलि पूजन, ब्रह्मणभोज के बाद केवल श्रद्धांजलि/पुष्पांजलि सभा आयोजित की जाएगी। 
सबसे खास बात मृत्युभोज बंद कर समाज के गरीब परिवार की बच्ची की शिक्षा-दीक्षा, स्कूल फीस, किताबे-कापियों, यूनिफॉर्म का पूरा खर्च उठाएंगे। हर साल इस तरह गरीब परिवार की बच्ची को शिक्षा में मदद करेंगे। 
उल्लेखनीय है कि मई महीने में समाज में स्वेच्छा से मृत्युभोज को बंद करने का समूहिक निर्णय लिया गया था।  इसकी शुरुआत मोहन नगर वार्ड निवासी रामदास सोनी (मम्मा) के परिवार से की गई थी। 
समाज के मुखिया ने 25 साल पहले बंद किया था मृत्युभोज
अयोध्यावासी सोनी समाज के मुखिया भगवानदास सोनी ने के परिवार में करीब 25 साल पहले मृत्युभोज प्रथा को बंद करने  की पहल की जा चुकी है। उस समय  उनकी माँ के निधन के बाद समाज में मृत्युभोज बन्द करने का निर्णय लिया गया था। कतिपय लोगों ने बाद में अपनी सम्पन्नता और प्रतिष्ठा का हवाला देकर इस पर अमल नहीं किया। 
समाज में अनुकरणीय पहल की है इस परिवार ने
सर्व स्वर्णकार समाज के जिलाध्यक्ष माखन सोनी के अनुसार उन्होंने व महापौर अभय दरे सहित हमारी पूरी कमेटी में प्रदेशभर में मृत्युभोज बंद करने का निर्णय लिया है। इसमें पहले रामदास सोनी मम्मा ने आगे आकर पहल बाकी थी। अब उनकी भाभी के निधन पर उन्होंने वा कृष्णकुमार व उनकी बड़ी बहन व हमारे संगठन की प्रदेश महासचिव अर्चना सोनी ने अपनी माँ तारादेवी के निधन पर मृत्युभोज न कराने का साहसिक वा अनुकरणीय निर्णय लिया है।  
मृत्युभोज बंद करने समाज के हर व्यक्ति को आगे आना होगा
सर्व स्वर्णकार समाज के प्रदेशाध्यक्ष अभय दरे ने कहा कि जिस परिवार में किसी भी सदस्य की मृत्यु हो जाती है, समाज को उस परिवार की मदद करना चाहिए। इसके विपरीत मदद करने के बजाय हम खुद पूरी समाज के साथ उसके यहां मृत्युभोज करने जाते हैं। यह गलत प्रथा है, इस कुरीति को बंद करने के लिए हम सभी को संकल्प लेना चाहिए। कृष्णकुमार सोनी ने साहसिक निर्णय लिया है। यह परिवार पूर्व में भी इसी तरह की पहल कर चुका है। 

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