डॉ गौर वि.वि. को पेयजल उपलब्ध कराने का योजना में प्रावधान नही ,महापौर ने पकड़ी खामी
सागर । नगर निगम सागर शहर को चौबीस घंटे पेयजल उपलब्ध कराने के लिए बनायी गयी योजना में एक खामी सामने आई है । इसमे डॉ हरीसिंह गौर विवि सागर को पेयजल उपलब्ध कराने कोई प्रावधान नही रखा गया है ।
महापौर अभय दरे द्वारा अध्ययन किया तो योजना में इस गलती को पकड़ा।जबकि सागर की पहचान डॉ हरिसिंह गौर वि.वि. से है| पेयजल यौजना में डॉ. हरिसिंह गौर वि.वि. को पेयजल उपलब्ध कराने हेतु डॉ. हरीसिंह गौर वि.वि. के कुलपति आर पी तिवारी ने महापौर इंजी. अभय दरे, निगम आयुक्त श्री आर पी अहिरवार के साथ टाटा कंसल्टेंसी के अधिकारियों से चर्चा की| इस सम्बन्ध में महापौर ने विश्वविद्यालय को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए शासन को पत्र लिखेंगे|
महापौर ने बताया कि पेयजल योजना का जब मेरे द्वारा अध्ययन किया गया तो उसमे मैंने देखा कि डी पी आर में विश्वविद्यालय के नीचे केवल सम्पबेल का प्रावधान किया गया है| विश्वविद्यालय के किसी भी विभाग, किसी भी होस्टल तथा वहां पर रहने वाले विश्वविद्यालय के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के निवास स्थान के लिए योजना में पेयजल उपलब्ध कराने हेतु कोई प्रावधान नहीं किया गया है| महापौर ने कहा कि सागर की पहचान डॉ. हरीसिंह गौर वि.वि. से है और उसी को योजना में शामिल नहीं किया गया है| इसलिए मैं मध्य प्रदेश शासन को पत्र लिखकर डॉ. हरीसिंह गौर वि.वि. को पेयजल उपलब्ध कराने हेतु योजना में शामिल करने की मांग करूंगा तथा जल्दी ही इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह से भेंटकर पेयजल योजना की वास्तविक स्थिति से अवगत कराऊंगा|
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