डॉ गौर को मिले भारत रत्न, रिसर्च सेंटर भी खुले विवि में :डॉ संदीप रावत
सागर। सविधान सभा के सदस्य और सागर विवि के संस्थापक डॉ हरीसिह गौर को भारत रत्न देने और उनके कार्यो पर केंद्रित रिसर्च सेंटर खुले । इसकी मांग विवि की नोटिफाईड कमेटी के सदस्य अधिवक्ता संदीप रावत ने की है । उन्होंने बताया कि पिछले छह सालों से प्रयास कर रहे है ।
वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ. संदीपरावत ने सागर विवि केसंस्थापक डॉ. हरीसिंह गौर को भारत रत्न देने कीमांग की है। उन्होंने कहा
कि इस दिशा में विवि प्रशासन द्वारा जो गंभीर
प्रयास किए जाने थे वह नहीं हुए। डॉ. गौर का चित्र संसद भवन के सेंट्रल हाल में लगे सुप्रीम कोर्ट के म्युजीयममें उनका चित्र लगे, सागर विवि की शोध पत्रिका मध्य भारती व राष्ट्रीय शोध पत्रिकाओंमें उनपर लेख प्रकाशित हों तभी हम उन्हें राष्ट्रीय परिदृश्य पर स्थान दिला सकेंगे। रावतने कहा कि नवंबर 2014 से नवंबर 2018
तक मैंने चार प्रगति रिपोर्ट कुलपति प्रोफेसर
आरपी तिवारी को सौंपी हैं। जिनमें डॉ. हरीसिंह गौर के समाज के प्रति विशिष्ट योगदान एवं महत्वपूर्ण कार्यों का उल्लेख किया गया है। किन्तु विवि प्रशासन ने डॉ. गौरको भारत रत्न दिलाने सकारात्मक पहल नहींकी।
उन्होंने कहा कि सागर विवि में डॉ. हरीसिंह गौर की पीठ और डॉ. गौर रिसर्च सेंटर की स्थापना में उपेक्षाहुई है। उन्होंने विवि प्रशासन और सागर कीजनता से आग्रह किया है कि डॉ. गौर कोभारत रल दिलाने गंभीर प्रयास किए जाएं।
उन्होंने बताया कि वि वी से सन् 2003 में मुझे कानून में डॉक्टरेट की उपाधि अवार्ड की गईथी।इसडॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय द्वारा पहले से गठित की गई दोनो नोटिफाइड कमेटियों के सदस्य होने के नाते भी कड़ी मेहनत और लगनसे यह रिसर्च वर्क किया है। जिससे कि डॉ. गौर को भारतरत्न शीघ्रअतिशीघ्र मिले।
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