उज्जैन की भांति सागर संभाग में उद्यानिकी फसलों का क्षेत्र विस्तार किया जायेगा :कृषि उत्पादन आयुक्त


उज्जैन की भांति सागर संभाग में उद्यानिकी फसलों का क्षेत्र विस्तार किया जायेगा :कृषि उत्पादन आयुक्त 

#अमानक खाद-बीज के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाए
सागर। कृषि उत्पादन आयुक्त प्रभांशु कमल ने कमिष्नर सभाकक्ष में संभाग में खरीफ 2019 की समीक्षा की एवं रबी 2019-20 की तैयारियों के संबंध में आवष्यक निर्देष दिए। उन्होंने कहा कि प्रकृति पर मानव का नियंत्रण नहीं होता पर हम अपने स्तर पर बेहतर प्रयास कर सकते है। उन्होंने कहा कि कम या अधिक वर्षा और मौसम की प्रत्येक परिस्थिति में कृषकों को नुकसान से बचाने तथा हर स्थिति में उन्हें आर्थिक रूप से लाभ में रखने की कृषि कार्ययोजना बनाने और अमल में लाने की जरूरत है। उन्होंने फसलों की विविधता पर जोर दिया। इसके साथ ही उन्होंने पषुपालन, उद्यानिकी और मछली पालन को भी अपनाने के लिए कहा। कृषि उत्पादन आयुक्त ने आगामी रबी सीजन में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक बीज एवं अन्य कृषि आदानों को मांग के अनुसार उपलब्धता सुनिष्चित करने के निर्देष दिए।
     बैठक में प्रमुख सचिव कृषि अजीत केसरी, संभागायुक्त श आनंद कुमार शर्मा, संचालक कृषि  मुकेष शुक्ला, आयुक्त सहकारिता सहकारी पंजीयक संस्थाएं डा. एके अग्रवाल, प्रबंध संचालक मार्कफेड, प्रबंध संचालक बीज एवं फार्म विकास निगम, प्रबंध संचालक बीज प्रमाणीकरण, पशुपालन, मत्स्य पालन, उद्यानिकी विभागों के विभाग प्रमुख अधिकारी सागर कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक सहित संभाग के जिलों के कलेक्टर्स, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तथा संबंधित विभागों के संभागीय एवं जिला अधिकारी मौजूद थे ।  
कृषि उत्पादन आयुक्त ने कहा कि प्रदेश में जहां भी कृषि क्षेत्र में समन्वित कृषि, फसल विविधता तथा उपयोगी तकनीक का प्रयोग हुआ है।  उन क्षेत्रों में अधिक वर्षों के दौरान भी अच्छा उत्पादन कृषकों ने प्राप्त किया है।  कृषि उत्पादन आयुक्त ने जिलावार फसल, उत्पादन तथा उत्पादकता, बीज-खाद, कीटनाशक दवाइयों की मांग उपलब्धता आपूर्ति की समीक्षा की।  बैठक में किसानों को ऋण वितरण, जय किसान ऋण माफी योजना की समीक्षा की गयी।  खाद-बीज, कीटनाशक दवाओं के गुणवत्ता नियंत्रण के लिये अभियान के रूप में कार्य करने, अमानक पाये गये नमूनों पर सख्त कार्यवाई के निर्देश दिये गये।   हितग्राहियों को कृषि यंत्रों के लिये ऑनलाइन पंजीयन तथा अनुदान राशि प्राप्त करने में असुविधा नहीं होने पाये। कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल की प्रगति के सम्बन्ध में जिलाधिकारियो से नियमित समीक्षा के निर्देश दिये गये एवं यंत्र अनुदान की राशि कृषकों के खाते में डी बी टी  माध्यम से पहुंचती रहे इसकी सुनिश्चिता बनाये रखनेे हेतु भी निर्देशित किया गया।
कृषि उत्पादन आयुक्त ने उद्यानिकी की समीक्षा करते हुए कहा कि उद्यानिकी क्षेत्र में वृद्धि की जाये तथा उद्यानिकी फसल उत्पाद की प्रोसेसिंग सुविधा भी विकसित की जाय।  उन्होंने कहा कि शासन तथा नाबार्ड की अनेक योजनायें हैं। जिनका लाभ कृषकों को दिलायें।                  उन्होंने बताया कि उज्जैन जिला में कृषि क्षेत्र के 25 प्रतिशत क्षेत्र को उद्यानिकी फसलों से आच्छादित कर बेहतर कार्य किया गया है।  उन्होंने सागर संभाग के जिलों में भी इसी तरह के कार्य की अपेक्षा की। समन्वित कृषि प्रणाली इस लक्ष्य को पाने के लिये उपयोगी साबित होगी। बैठक में हर जिले में एक मॉडल नर्सरी विकसित करने के निर्देश दिए गये। संरक्षित कृषि, माइक्रो एरीगेशन, को बढ़ावा देने के निर्देश दिये गये ।
संभाग में 141 गोशालाएं बनाई जा रही है
पशुपालन विभाग की समीक्षा में निराश्रित गौवंशीय पशुओं के लिये गौशालाओं का निर्देशानुसार निर्माण करने तथा बिजली, पानी आदि इंतजाम सुनिश्चित करने तथा चारागाह विकसित करने के निर्देश दिये गये है। बैठक में जानकारी दी की सागर संभाग में इस वित्तीय वर्ष में 141 गौषालाएं बनाई जा रही है। उन्होंने गौषालाओं का कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देष दिए। उन्होंने पषुओं का टीकाकरण करने के भी निर्देष दिए।

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