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राहतगढ़ वाटरफॉल को पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित करेंगे राजस्व मंत्री गोविन्द राजपूत


राहतगढ़ वाटरफॉल को पर्यटन  केन्द्र के रूप में विकसित करेंगे राजस्व मंत्री गोविन्द राजपूत
सागर ।प्रदेश के राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत  ने वन व राजस्व विभाग के अधिकारियांे के साथ राहतगढ़ वाटरफॉल का भ्रमण किया। उन्होंने अधिकारियों के साथ पर्यटन से संबंधित प्रस्तावित कार्यों के लिए संयुक्त निरीक्षण किया। श्री राजपूत ने अधिकारियों को निर्देष दिए कि राहतगढ़ जल प्रपात हमारी धरोहर है। इसे रमणीक पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित किया जाना है। जिससे सागर जिला के अलावा प्रदेष के अन्य जिलों के लोग यहां आकर सुकून महसूस कर सके। यहां केन्टीन, पाथ-वे, मचान, कॉफी डे, बच्चों को खेलने के लिए स्थान आदि विकसित किए जाएं। जिससे परिवार सहित लोग आकर सुकून महसूस कर सकेंगे।
दक्षिण वन मण्डल के राहतगढ़ वन परिक्षेत्र में बीना नदी पर प्राकृतिक रूप से बना जल प्रपात एक अत्यंत ही मनमोहक स्थल है। आसपास का परिवेष और हरियाली इसे और भी सुंदर बनाती है। उंचाई से गिरता पानी कर्णप्रिय ध्वनि उत्पन्न करता हैं। 
ग्राम उमरिया सेमरा में मंगल भवन और सीसी रोड का भूमिपूजन किया
 राजस्व एवं परिवहन मंत्री  गोविंद सिंह राजपूत  ने सागर  जिले के विकास खंड राहतगढ़ के ग्राम उमरिया सेमरा में 10 लाख रूपये की लागत के मंगल भवन और 7 लाख रुपये की लागत से बनने वाले सीसी रोड का भूमि पूजन किया । इस अवसर पर श्री विनोद कपूर, श्री गोविन्द पटैल, श्री विनोद ओसवाल, श्री विजय सिंह, श्री षिवनारायण तिवारी और बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।
आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते राजस्व मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि सेमरा उमरिया में बहुत दिनों से मंगल भवन और सड़क की आवष्यकता महसूस की जा रही थी। इन कार्यों के पूर्ण होने से स्थानीय लोगों को सुविधा होगी। अपने बच्चों के शादी विवाह के लिए मंगल भवन बन जाने पर भवन की दिक्कत दूर हो जाएगी और आसानी से अपने बच्चों के वैवाहिक कार्यों को संपन्न करा सकेंगे। इसी प्रकार सीसी रोड से ग्रामीणजन को आवागमन में सुविधा होगी।। उन्होंने राहतगढ़ ग्रीन इंडिया मिशन के तहत वन परिक्षेत्र परिषद राहतगढ़ में सामग्री का वितरण किया।
उन्होंने स्थानीय कर्मचारियांे/अधिकारियों को निर्देष दिए कि ग्रामीणों को अपने कार्यों के लिए किसी भी प्रकार की परेषानी न हो। प्राथमिकता के साथ ग्रामीणों के कार्यों को करें। यदि ग्रामीणों को कोई परेषानी हुई तो संबंधितों के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी।
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