तीनबत्ती सागर । सागर की बेटी, सागर का अभिमान, के तहत बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यषाला का आयोजन कमिष्नर आनंद कुमार शर्मा के मुख्य आतिथ्य एवं कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक की अध्यक्षता में रविन्द्र भवन में किया गया। कार्यषाला में बताया गया कि 0 से 6 साल तक के बच्चों में सागर जिले के 116 ग्राम ऐसे है जहां 1000 बालकों पर बालिकाओं की संख्या 650 है। इसी प्रकार 366 ग्राम और शहरी क्षेत्रों के 28 वार्ड ऐसे है जहां 1000 बालकों पर बालिकाओं की संख्या 800 से भी कम है। सागर जिले में गिरते लिंगानुपात पर चिंता व्यक्त की गई। और कहा गया कि इसे सुधारने के लिए तत्काल कदम उठाए जाने की आवष्यकता है वरना स्थिति बिगड़ जाएगी। कार्यषाला में तय हुआ कि बालिकाओं की भ्रूण हत्या करने या इसमें शामिल होने वालों को अपराधी मानते हुए सख्त कार्यवाही की जाएगी। कार्यषाला में बेटा बेटी के बीच किसी भी प्रकार का भेदभाव न करने और बेटियों को प्रोत्साहित करने का संकल्प भी लिया गया।
कमिष्नर श्री शर्मा ने कार्यषाला में सागर जिले में गिरते लिंगानुपात पर चिंता व्यक्त करते हुए सभी को साथ मिलकर कार्य करने की आवष्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा षिक्षण संस्थाओं, हेल्थ वर्कर, समाजसेवी संस्थाओं, चिकित्सकों को बेटी बचाओ से जोड़ा जाए। संभाग आयुक्त ने कहा कि जब वे इंदौर शहर में एडीएम के रूप में पदस्थ थे तो उन्होंने दोषियांे के विरूद्ध पीएनडीटी एक्ट के तहत कार्यवाही की थी और सोनोग्राफी सेंटर बंद कराया था।
बेटियां बोझ नही:कलेक्टर
कार्यषाला में कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक ने कहा कि बेटियां बोझ नहीं है। बेटियों के जन्म के प्रति नकारात्मक सोच को बदलने की जरूरत है। सागर की बेटी सागर का अभिमान के तहत अधिक से अधिक लोंगों को इससे जोड़ा जाएगा और बेटियों के जन्म के प्रति सकारात्मक सोच विकसित की जाएगी। इसके लिए जिले में क्रॉफ्ट मॉडल (सीआरएएफटी) यानि कंट्रोल एण्ड रेगुलेषन, अवेयरनेस, फोकस एण्ड ट्रेकिंग, को लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा लिंग परीक्षण करने वालों और भू्रण हत्या की हत्या करने वालों को अपराधी मानते हुए उन पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। ऐसे लोगों को जेल भेजा जाएगा। उन्होंने एडिषनल एसपी अमृता सिंह एवं ज्वाइंट कलेक्टर अंजली शाह को मौके पर ही अधिकृत कर अपराधियों के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही के निर्देष दिए।
पुलिस अधीक्षक श्री अमित सांघी ने कहा कि बालाघाट प्रदेष का ऐसा जिला है जहां लिंगानुपात सबसे अधिक है। वहां के सामाजिक जीवन में महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। वहीं दूसरी ओर कुछ ऐसे जिले हैं जहां महिलाआंे की सक्रिय भूमिका कम है उन जिलों में लिंगानुपात भी कम है। हमे बालिाकाओं षिक्षा और समाज में बराबरी को मौका देना होगा।
वरिष्ठ समाजसेवी श्रीमती मीनाताई पिंपलापुरे ने कहा कि शक्ति का नाम ही नारी है। हमारे हर एक क्षेत्र में अधिष्ठात्री देवियां लक्ष्मी, सरस्वती और दुर्गा है। इस लिए बेटियों के प्रति भेदभाव नहीं करना चाहिए । उन्होंने सभी माताओं से कहा कि वे अपनी बेटियों में आत्मविष्वास की भावना विकसित करें। उन्हांेने युवाओं को भी इस अभियान से जोड़ने पर बल दिया।
जिला पंचायत सीईओ सीएस शुक्ला ने कहा कि आम धारणा है कि बेटी के जन्म के लिए माता को जिम्मेदार माना जाता है जबकि इसके लिए पूरी तरह पिता ही जिम्मेदार होता है। बच्चे के लिए एक्स क्रॉमोजोम माता से वाय क्रोमोजोम पिता से ही मिलता है जिसके लिए पिता जिम्मेदार है। नगर निगम कमिष्नर श्री आरपी अहिरवार ने कार्यषाला में बेटा बेटी के बीच किसी भी प्रकार का भेदभाव न करने की शपथ दिलाई।
इंडियन मेडीकल एसोसियषन की अध्यक्ष डा. नीता गिडियन ने रूढि़वादीता के कारण बेटियों के जन्म पर खुषी नहीं मनाई जाती वहीं दूसरी ओर बेटे के जन्म पर खुषियां व्यक्त की जाती है। कई बार महिलाएं ही इसे प्रोत्साहित करती है। समाज मंे इस धारणा को बदलने की जरूरत है। उन्होंने प्रत्येक गर्भवती महिला का पंजीयन करने पर भी बल दिया।
डा. ज्योति चौहान ने कहा कि यदि कोई महिला ठान ले कि उसे अपना गर्भपात नहीं कराना है तो कोई भी ताकत ऐसा नहीं करवा सकती।
गुना से आए इंडियन रेडियोलॉजिकल और इमेजिंग एसोसिएशन के डॉक्टर सीनियर रेडियोलॉजिस्ट डॉक्टर एलके शर्मा द्वारा गुना में संचालित संरक्षित मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम एवं आई आर आई के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट संरक्षण के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इनसे शिशु मृत्यु दर, जन्म के समय कम वजन, पेरीनेटल मृत्यु को कम करने एवं जन्म के समय लिंगानुपात को सुधारने में बहुत सकारात्मक परिणाम आये है। सरंक्षण प्रोजेक्ट पेरिनेटल मोर्टालिटी लो बर्थ वेट एवं प्री टर्म बर्थ रोकने का एक महती प्रयास है। इसके अंतर्गत जिला और
संभाग स्तर पर संरक्षण आउटरीच प्रोग्राम के तहत आज सागर में डॉक्टर एल के शर्मा द्वारा प्रेजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी गई ।
इनको किया गया पुरस्कृत
इस अवसर पर उत्कृष्ट कार्य करने वाली एडिषनल एसपी अमृता सिंह, डिप्टी कलेक्टर अमृता गर्ग, परियोजना अधिकारी सोनम नामदेव, 40 से ज्यादा बाल विवाह रोकने वाली ज्योति तिवारी एवं 10 और 12 कक्षा टॉप करने वाली बेटियां महिमा नामदेव व प्रज्ञा दुबे को पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर लाड़ली लक्ष्मी योजना हितग्राहियों को प्रमाणपत्र वितरित किए गए। आभार प्रर्दषन सुश्री सोनम नामदेव एवं कार्यक्रम संचाजन साहिबा खान द्वारा किया गया।
जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री भरत सिंह राजपूत द्वारा कार्यक्रम की रूप रेखा प्रस्तुत की। इस अवसर पर पीसीएनडीटी समिति अध्यक्ष डा. एमएल जैन मौजूद थे। इस अवसर पर पीसीएनडीटी समिति अध्यक्ष डा. एमएल जैन, गायनीक एवं षिषु रोग विषेषज्ञ, रेडियोलॉजिस्ट, सोनोग्राफर, समस्त जिला अधिकारी के साथ बड़ी मात्रा में महिला एव बाल विकास का अमला, सामाजिक संस्थाएं, आर्ट ऑफ लिविंग, सुफल फाउडेषन ने भाग लिया।
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