गरीबी के चलते स्कूल में डांट,12 वी की छात्रा घर से भागी , मौके पर पुलिस ने पकड लिया
#छात्रा को स्कूल ड्रेस /जूते आदि को लेकर किया जाता था परेशान
सागर । सागर में एक ऐसा मामला सामने आया है । जिसमे एक गरीब परिवार की छात्रा को स्कूल में ड्रेस/जूता आदि को लेकर परेशान किया जाता था । परेशान छात्रा ने घर से भागने का निर्णय किया। कक्षा 12 वी की छात्रा घर से 12 किमी पैदल भूखी प्यासी। स्टेशन पर पहुच गई। स्टेशन से इसकी खबर पुलिस को मिल गयी और पुलिस ने छात्रा को समझाईश देकर घर भेज दिया।
ऐसे चला घटनाक्रम
सागर के थाना सानौधा अर्न्तगतं आने वाली लिधोरा स्टेशन पर सानौधा टीआई चन्दन सिंह परिहार के पास रात्रि नौ बजे एक व्यक्ति ने फोन पर सूचना दी कि एक लड़की स्टेशन पर अकेली बैठी है तो टीआई ने बिना देर किए कंट्रोल रूम से अर्जेटं इमेंट लेकर डायल के चालक कैलाश ठाकुर,एएसआई हरीशकंर मिश्रा,और आ.सतीश नवेरिया के साथ लिधोरा स्टेशन पहुँचे ।
व बहाँ पर बच्ची वैठी मिली और रो रही थी काफी देर पूछने के बाद अपने लिए निवासी कर्रापुर बताया। वही वच्ची से घर से भागने की वजह पूछी तो वच्ची ने वताया की वह हाई स्कूल कर्रापुर में वारहवी कक्षा में पडती है।और साइंस विषय लिये है।स्कूल की प्राचार्य वन्दना अथावे उसे रोज डाँटती हैं कि तुम ड्रेस और जूते पहनकर नही आती हो।इसिलिए मै सुबह घर पर प्रेक्टीकल की बोल कर घर से निकली थी और वहाँ से बारह किलोमीटर पैदल चल कर रेलवे स्टेशन लिधोरा आई हूं ।जब टी आई ने खाना की पूछी तो उसने बताया कि मैंने कल शाम से खाना नही खाया है काफी समझाने के बाद लड़की घर जाने को तैयार हुई और फिर टीआई सानोंधा वच्ची को लेकर कर्रापुर उसके घर गये वहाँ उसके घर पर ताला लगा मिला तो फिर कर्रापुर चौकी गये जहाँ उसके माता पिता बच्ची की गुमसुदगी की रिपोर्ट डालने बैठे थे।
वच्ची को उनके सुपुर्द कर टीआई साब ने बच्ची को सुबह ड्रैस जूता दिलाने की बात कही और स्कूल प्राचार्य को समझाने की बात कही।वच्ची के परिवार में एक उससे छोटा भाई और माता पिता है और उसके माता पिता झाड़ू बनाने का कार्य करते है और घर की स्थिति बहुत नाजुक है।
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