कथक आचार्य पं. प्रेमनारायण गुरु पंचतत्व में विलीन।
सागर। पटकुई के गुरु परिवार में जन्मे प्रसिद्ध कथक आचार्य पंडित प्रेम नारायण गुरु का रविवार देर रात देहावसान हो गया।84 वर्षीय पंडित गुरु कुछ वर्षों से अस्वस्थ चल रहे थे। सोमवार को उनका अंतिम संस्कार पारिवारिक श्मशान घाट पर ग्राम पटकुई में किया गया। उल्लेखनीय है कि सागर नगर में 60 वर्ष पूर्व उन्होंने कथक नृत्य सिखाना प्रारंभ कर दिया था जिसके चलते आपने दुर्गा संगीत विद्यालय की स्थापना भी की थी। उन्होंने आदर्श संगीत महाविद्यालय सागर में भी अपनी सेवाएं दीं। कालांतर में वे सागर विश्वविद्यालय में व्याख्याता रहकर विभागाध्यक्ष पद से सेवा निवृत्त हुएI
। इस दौरान आशुतोष राणा,मुकेश तिवारी,श्रीवर्धन त्रिवेदी,जगदीश शर्मा जैसे अनेक कलाकारों को शिक्षा प्रदान की।
आदर्श संगीत महाविद्यालय की प्राचार्य व कथक गुरु श्रीमती रागिनी श्रीवास्तव उनकी वरिष्ठ शिष्या हैं।अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कथक नृत्यांगना डॉ.शाम्भवी शुक्ला मिश्र भी उनकी ही शिष्या हैं।पं.गुरू के सांस्कृतिक अवदान के लिए उन्हें 2017 में श्यामलम् संस्था द्वारा पं.शादीलाल आचार्य संस्कृति अलंकरण से विभूषित किया गया था।पं.प्रेमनारायण गुरु जी की विशाल शिष्य परम्परा के साथ उनकी बेटी श्रीमती आरती मिश्र और दामाद रवि मिश्र उनकी स्मृति को अक्षुण्ण रखेंगे।उनके निधन पर नगर के कला,संगीत,संस्कृति,साहित्य जगत में शोक व्याप्त है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें