नवजात बंदर माँ से बिछड़ा तो ,कुत्ते ने दिया सहारा, कुत्ता ले गया थाने ,पुलिस की नजर पड़ी तो जिंदगी आगे बढ़ी बन्दर की
सागर।कहते हें मदद का कोई चेहरा नहीं होता हें आज एक तस्वीर ने यह बता दिया की मदद की शक्ल बहुत ही खूबसूरत होती हें ।जब एक नवजात बन्दरा अपनी माँ से बिछड़ गया तो एक कुत्ता उसका सहारा बना और पुलिस के पास ले गया।और फिर मासूम बंदर की जिंदगी आगे बढ़ के सुरक्षित हो गई।
यह तस्वीर मध्यप्रदेश के सागर जिले के रहली की है ।जहाँ बलेह गाँव में सागर तालाब में एक नवजात बन्दर अपनी माँ से बिछड़ गया तो फिर एक कुत्ते के बच्चे ने उसको सहारा दिया। कई घंटो दोनों खेलते रहे फिर इस मासूम बन्दर को कोई नुकसान न पहुच जाए ।मानो ऐसा सोचकर यह नन्हा कुत्ता उस मासूम बन्दर को अपनी पीठ पर बैठाकर खाकी के दरबार यानी पुलिस चौकी के पास पहुच गया ।
आम तौर पर जानवरो के स्वभाव को माने तो बन्दर का जानी दुश्मन कुत्ता होता हें ।लेकिन आज इसी कुत्ते का इस बन्दर के प्रति लगाव कुदरत के नियमो पर भी सवाल खड़ा करता हें। इस बन्दर के गले में पट्टा बंधा था ।शायद यह किसी इंसानी हरकत का शिकार हुआ था ।लेकिन उन इंसानों की हरकत को ठेंगा दिखाकर एक कुत्ते ने इस मासूम बन्दर की मद्दद की।
-इस गजब की दोस्ती देखकर ब्लेह चौकी प्रभारी अवधेश दुबे का भी मन भर आया उन्हने जवानो से कहा की इस भूखे बन्दर को कुछ खिलाओ ।बन्दर को केले दिए गए ।तब तक अपने दोस्त को अंदर देख कुता भी बहार खड़ा रहा ।चौकी प्रभारी ने इस बन्दर को फारेस्ट को सौपा हें और फारेस्ट से कहा हें की वह कोशिश कर ले की इस मासूम बन्दर की माँ इसे मिल जाए ।बहरहाल छोटी सी जान कुते के बच्चे ने एक मासूम बन्दर की मदद करके यह जता दिया की कुत्ते ने अपना जानवरपन खत्म कर मदद की एक मिसाल कायम की हें।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें