शिल्प, संस्कार, संस्कृति, का प्रतीक है: न्यायाधीश विधि सक्सेना
सागर । संत रविदास हस्तषिल्प एवं हथकरघा विकास निगम द्वारा जिला विधि सेवा प्राधिकरण के माध्यम से पालिथीन मुक्त सागर अभियान अन्तर्गत हस्तषिल्प हथकरघा विकास निगम में षिल्पियों के मध्य जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में न्यायाधीष विधि सक्सेना ने कहा कि भारतीय समाज में स्त्री वर्ग का एक बहुत बडा हिस्सा कमजोर, समानता व स्वावलबन से दूर है। मुझे यहां सभी महिला षिल्पियों द्वारा निर्मित किये जा रहे षिल्प उत्पाद देख काफी प्रसन्न्ता हुई। वर्तमान परिवेष में जहॉ हमें घरेलू स्वच्छता की आवष्यकता हैं वहीं समाज एवं षहर की स्वच्छता भी आवष्यक है। यदि हम पालीथिन मुक्त वातावरण की कल्पना करते है। तो आप सभी के सहयोग वगैर यहां सभव नहीं है। क्योंकि जूट के थैले जूट षिल्प हथकरघा से निर्मित कपडे से बने थेले आदि यहा सभी षिल्प उत्पाद आमजन इस हस्तषिल्प हथकरघा विकास निगम के माध्यम से मृगनयनी एम्पोरियम षिल्प बाजार आदि से आसानी से प्राप्त कर सकते है।
देष विदेषों में संचालित मृगनयनी एम्पोरियम निगम द्वारा लगाये जाने वाले षिल्प संबंधित बाजार एक्जीवेषन थीम पवेलियन आदि काफी प्रसिद्ध है। भारत का जो प्राचीन षिल्प है यह आज भी संस्कार, संस्कृति का प्रतीक है। निगम के रूपेष श्रीवास्तव एवं सभी इस कार्यालय के सहयोगीगणों का कार्य काफी सरहनीय हैं जो निगम की विभिन्न गतिविधियों को सागर जिलें में सजगता के साथ क्रियान्वित कर रहे है।
हस्तषिल्प हथकरघा विकास निगम सागर के रूपेष श्रीवास्तव ने बताया कि निगम के प्रबंध संचालक राजू षर्मा द्वारा हम सभी विभागीय आमले को निर्देषित किया गया है। कि सरकार की मंषानुसार आमजन ग्रामीण महिलाओं के आर्थिक सषक्तिकरण हेतु विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का क्रियान्विन किया जा सके। हम सभी निगम कर्मी निरन्तर प्रबंध संचालक के आदेष अनुसार एक टीम के रूप में कार्य कर रहे हैं। निगम की मंषा हस्तषिल्प हथकरघा को बढावा देना एवं ग्रामीण वर्ग को सषक्त करना है। कार्यक्रम श्री अनुज चन्द्रसोरिया, श्री रामस्वरूप आदि उपस्थित थे।
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