वाल्वो बस ने बदली बस ,यात्रियों ने जताई आपत्ति,50 -50 रुपये हुए वापिस
भोपाल -सागर बस के हाल
भोपाल। परिवहन विभाग की मिली भगत से निजी बस संचालक यात्रियों के साथ धोखाधड़ी करने से गुरेज नहीं कर रहे हैं। क्योंकि ये किराया तो वाल्वो बस का वसूलते हैं, लेकिन निर्धारित समय पर लोगों को गंतव्य तक साधरण बस में भेजने के लिए मजबूर करते हैं। ताजा मामला वॉल्वो बस का है। जिसने एक दिन पहले टिकट आरक्षित कराने वाले यात्रियों को न तो वस्तुस्थिति से अवगत कराना उचित समझा और न ही किराया डिफरेंस वापस करने के लिए तैयार ही नजर आई । जब विवाद बढ़ा तो अंत मे यात्रियों को 50 -50 रुपये वापिस करने पड़े।क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी संजय तिवारी ने शिकायत होने पर कार्यवाही का भरोसा दिलाया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार भोपाल से परिवहन मंत्री गोविंद सिंह के गृह जिले सागर की यात्रा के लिए दिव्य प्रकाश ने चार्टेड बस कंपनी में टिकट बुक कराईथी। यात्रा को आरामदेह बनाने के लिए उन्होंने साधरण बस के लिए निर्धारित किराया 250 रूपए की जगह वाल्वो बस के लिए 350 रूपए भी अदा किए। इनके अलावा एक दूसरी महिला यात्री को उपरोक्त किराए की राशि वसूलते हुए कंपनी ने
पीएनआर नंबर 6169622 देते हुए सीट नंबर सी-3 का आरक्षण सुनिश्चित कर दिया। यात्रा के लिए सुबह 10 बजे का समय नियत करते हुए बोर्डिंग स्थल आईएसबीटी बताया गया। बावजूद इसके जब यह सुबह यहां पहुंचे तो इनके पैरो के नीचे से जमीन खिसक गई। क्योंकि बस संचालन से जुड़े कर्मचारी वाल्वो के स्थान पर साधरण बसों में बैठने के लिए दबाव बना रहे थे। यात्रियों ने जब इसका विरोध किया और कंप्लेन नंबर अपनी शिकायत दर्ज कराई तो, प्रबंधन ने भी पूरी बात सुने बिना दो-टूक शब्दों में यह कहते हुए असमर्थता जताई कि, टिकट कैंसिल करा दीजिये। जबकि लैंड लाइन नंबर लगातार बंद मिला है। यात्रियों की शिकायतों के बाद सागर में बस कम्पनी को 50 -50 रुपये वापिस करना पढ़े। करीब 40 यात्री बस में थे।
इनका कहना है
इस मामले में यदि कोई यात्री लिखित में शिकायत दर्ज कराता है, तो संबंधित बस
ऑपरेटर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
संजय तिवारी, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी भोपाल मप्र
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