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10वां राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव लोकरंगों के साथ सजा रूपकुमार राठौर/सोनाली राठौर का गायन

 10वां राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव
लोकरंगों के साथ सजा रूपकुमार राठौर/सोनाली राठौर का गायन
सागर । भारत की लोक संस्कृतिके बीच वृंदावन की कृष्ण रासलीला तो मशहूर गायक रूपकुमार राठौर और सोनाली राठौर के बेजोड़ गायन । इनके साथ  परम्परागत खानपान और  सँस्कृति। यह सब  संगम आज बुन्देलखण्ड अंचल की खुशबू के बीच सागर में देखने मिला । केंद्रीय संस्कृति मन्त्रालय द्वारा आयोजित 10 वे राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव का दो दिवसीय आयोजन पीटीसी ग्राउंड पर शुरू हुआ । शहर में पहली सफाया इतने बड़े पैमाने पर आयोजन हुआ। जैसे जैसे लोकरंग बढ़ता गया।देखेने सुनने वालों की भीड़ उमड़ती गया । आकर्षक रंगीन बिजली की सजावट के बीच परम्परागत  द्वार बनाया गया था।लोककलाओं से रची बसी बुंदेलखंड की धरती पर एक बार फिर लोक संस्कृति जीवंत हो उठी है।
भारत की लोकसंस्कृति ने बिखेरे रंग
भारत विविधताओं भरा लोकसंस्कृतियो का देश माना जाता है। इनके रंग आज देखने भी मिले। कार्यकम की शुरुआत में 22 राज्यो के 300 कलाकारों के दल ने की । जिसमें क्षेत्रीय संस्कृतिक केन्द्रों के कलाकारों ने मंच पर पूरे भारत की संस्कृति के दर्शन कराए।  श्याम रंग बूमरो... जैसे गाने भी दिखे। लाईट का बेहतर संयोजन इनका आकर्षण बढाने  का काम भी कर रहा था। करीब 30 मिनिट की इस प्रस्तुति में  कोरियोग्राफर प्रशांत गोगोई  की कोरियोग्राफी इतनी शानदार रही कि मंच पर बुलाकर उनका सम्मानकर सराहा गया। बुंदलखण्ड अंचल की बधाई ने दर्शकों की वाहवाही भी ली।
      इसके बाद मंच को  मध्यप्रदेश के कलाकारों ने "माटी के लाल" के माध्यम से शानदार तरीके से आगे बढ़ाया। वृंदावन की रासलीला भी महोत्सव का हिस्सा बनी। वृंदावन रिसर्च इंस्टीट्यूट की रासलीला में राधा कृष्ण की आस्थाभरी प्रस्तुति में लोगो के भाव भी धर्ममय थे।संस्कृति महोत्सव में शिवचरण साहू समूह ने पुरूलिया छउ नृत्य से शानदार शमां बांधा। 
रूपकुमार और सोनाली राठौर की जोड़ी बांधा शमा
      फिल्मों में  शालीन गायकी और गजलों के लिए  मशहूर रूपकुमार राठौर और सोनाली राठौर  की गायकी ने गीत संगीत से सजी महफ़िल को बांधे रखा। हाल ही में हिट अल्बम " जिक्र तेरा " के लिए संगीत का बड़ा अवार्ड जीमा पाने वाली इस जोड़ी ने  बेहद लोकप्रिय  बॉर्डर फ़िल्म का हिट गाना  संदेशे आते है ...,तेरी रब ने बना दी जोड़ी..., मौला मेरे मौला...
से लेकर वीरजारा आदि  गांनो को गाया । वही श्रोताओं की फरमाईश पर गीत गजल भी पेश किए।
केंद्रीय राज्य मंत्री पटेल का जताया आभार, सांसद महापौर ने
      किसी महल की तर्ज पर बने आकर्षक मंच पर सांसद राजबहादुर सिंह और महापौर अभय दरे ने10वें राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव का दीप प्रज्ज्वलन कर  शुभारम्भ किया।सांसद राजबहादुर ने कहा कि  राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव ने देश भर के क्षेत्रीय कलाकारों को मंच देकर एक सेतु का काम किया है। ऐसे आयोजनों की कमी के चलते लोग अपनी कला और कलाकारों से दूर होते जा रहे थे। सांसद श्री सिंह ने कहा कि केन्द्रीय संस्कृति व पर्यटन राज्यमंत्री  प्रहलाद सिंह पटेल ने इस सौगात के माध्यम से लोगों को उनकी संस्कृति से जोड़ने का अनूठा प्रयास किया है।  अध्यक्षता कर रहे महापौर अभय दरे सागर में राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव के आयोजन के लिए केन्द्रीय राज्य मंत्री  पटेल का आभार जताया। उन्होेंने कहा कि संस्कृति के क्षेत्र में सागर की एक वैश्विक पहचान है, लेकिन यहां के कलाकारों को माटी के लाल के माध्यम से पहली बार उनके ही शहर में राष्टीय मंच मिला है। इस अवसर पर संस्कृति मंत्रालय की संयुक्त सचिव अमिता प्रसाद सरभाई, डायरेक्टर सर्वेष आर्या, क्षे़त्रीय संस्कृति केन्द्र के डायरेक्टर दीपक खिरबड़कर भी  उपस्थित रहे।
खूबियों से भरा हस्तशिल्प मेला
संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयोजित 10वें राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव के तहत बुधवार को पीटीसी मैदान, पीली कोठी रोड में हस्तकला एवं शिल्प मेले का शानदार आगाज हुआ। इस अवसर पर सांसद श्री सिंह ने मेले का अवलोकन करते हुए कहा कि यह गौरव की बात है कि देश के सबसे बड़े सांस्कृतिक महोत्सव की मेजबानी का मौका सागर को मिला है।
       दो दिवसीय महोत्सव व हस्तशिल्प मेले में शहरवासियों को न सिर्फ हस्तशिल्प की बेहतरीन चीजें खरीदने का मौका मिलेगा, बल्कि वह देश.प्रदेश के विविधता भरे खानपान व संस्कृति से भी रूबरू हो सकेंगे। दीपावली के मौके यह आयोजन सभी के लिए फायदेमंद साबित होगा। मेले में बेंत, बाँस, शीतलपट्टी, आभूषण, कपड़ा, हस्तशिल्प, ड्राय फ्लॉवर, सी शाल, गोवा, अजरक प्रिंट, बीड वर्क, पटोला साड़ी, कच्छ एम्ब्राॅयडरी, कपूर बेल, गुजरात, लाख बेंगल्स, टेराकोटा, राजस्थान आदि लोगों को आकर्षित कर रहे हैं। सागर में अपनी तरह का यह पहला अनूठा आयोजन लोगों को आकर्षित कर रहा है।
ये रहे उपस्थित
राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव में सांसद महापौर, समाज सेविका डॉ मीना पिम्पलापुरे,आशा पिम्पलापुरे, डॉ आशुतोष गोस्वामी, पत्र सूचना कार्यालय भोपाल के अपर महानिदेशक प्रशांत जी और प्रेम गुप्ताभाजपाजिलाध्यक्ष प्रभु दयाल पटेल, राजेश सैनी,शैलेश केशरवानी,दीपक पौराणिक,शालीन सिंह ,रामेश्वर नामदेव,  आदि  उपस्थित रहे।इस  राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव में क्षेत्रीय, राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय कलाकारों की प्रस्तुति देखने बड़ी संख्या में लोग पहुचे
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