भोपाल। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने अति वर्षा से प्रभावित किसानों को राहत देने के लिए राज्य विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र बुलाने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखा हैै।
नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र मे कहा है कि सम्पूर्ण प्रदेश में विशेष कर राज्य के पश्चिमी भाग में औसत से अभी तक दोगुनी वर्षा हो चुकी है, जिसमे गांधी सागर डेम के बढ़ते जल स्तर के कारण मध्यप्रदेश के नीमच और मंदसौर जिले के सैकड़ों गांव प्रभावित हुए है, नर्मदा नदी के ऊपर बने बांधो से भी धार एवं झाबुआ जिले के अनेको गांव प्रभावित हुए है। अतिवृष्टि से जिन किसानों की फसले नष्ट हो गई हैं, उन्हे तत्काल राहत देने के लिए दो दिवसीय विधानसभा का विशेष सत्र बुलाएं ताकि गंभीरता और तात्कालिकता को देखते हुए व्यापक चर्चा कर किसानों को राहत दी जा सकें।
संकट की घड़ी में किसानों के साथ मजबूती से खड़े रहना हमारा धर्म एवं कर्म
नेता प्रतिपक्ष श्री भार्गव ने पत्र मे कहा कि किसान मध्यप्रदेश के विकास की धुरी है। उनकी मेहनत के बल पर ही फसलों की बम्पर पैदावार हुई है। आज प्रदेश के कुछ जिलों में बाढ़ के हालात हैं जिससे किसानों की फसलें पूरी तरह चैपट हो गयी है। किसानों की इस संकट की घड़ी में उनके साथ मजबूती से खड़े रहना हमारा धर्म एवं कर्म है।
न कोई सर्वे हुआ है, न ही कोई राहत राशि मिली
श्री भार्गव ने कहा कि किसानों के खेत पूरी तरह जलमग्न हो गए है। गांधी सागर डेम के जलस्तर बढ़ने के कारण मंदसौर, नीमच जिले के 100 से अधिक गांव में पानी घुस गया है। अकेले मंदसौर जिले में 2 लाख 75 हजार हेक्टेयर से अधिक सोयाबीन की फसल बर्बाद हो चुकी है। उड़द, मक्का, प्याज की फसलों सहित सब्जियां पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है। चार हजार से अधिक मवेशियों के पानी मे बहने के कारण मृत्यु हो चुकी है। इन दोनों जिलों मैं साढ़े चार हजार से अधिक मकान तबाह हो चुके हैं। समूचे प्रदेश मे लगभग 10 लाख से अधिक कच्चे मकान ढह गये हैं । प्रभावितांे के घर मे रखा सामान और अनाज बह गया है। कुल मिलाकर पूरे प्रदेश मे अति वर्षा से फसलां,े जनधन एवं पशुधन की हजारों करोड़ रुपये की क्षति हुई है। प्रदेश मे प्रभावितों की क्षति का अभी तक कोई सर्वे नही हुआ है, न ही कोई राहत राशि मिली है।
प्रतिपक्ष किसानों को राहत देने में सरकार के साथ है
नेता प्रतिपक्ष श्री भार्गव ने कहा कि किसान हमारी पहली प्राथमिकता है। इसलिए राजनीति से परे हटकर इस समय किसानों के साथ हमें खड़े रहने एवं उनकी हर संभव मदद करने की जरूरत है। प्रदेश की जनता एवं किसान को इस समय प्रदेश सरकार से इस विकट समस्या से राहत की आवश्यकता हैं। किसानों को राहत देने के लिए प्रतिपक्ष सरकार के साथ खड़ा है। नेता प्रतिपक्ष ने अतिवृष्टि से किसानो और जनता को हो रही परेशानियों को दूर करने के लिए सरकार द्वारा विधानसभा का 2 दिवसीय विशेष सत्र बुलाए जाने की मांग की है।
संकट की घड़ी में किसानों के साथ मजबूती से खड़े रहना हमारा धर्म एवं कर्म
नेता प्रतिपक्ष श्री भार्गव ने पत्र मे कहा कि किसान मध्यप्रदेश के विकास की धुरी है। उनकी मेहनत के बल पर ही फसलों की बम्पर पैदावार हुई है। आज प्रदेश के कुछ जिलों में बाढ़ के हालात हैं जिससे किसानों की फसलें पूरी तरह चैपट हो गयी है। किसानों की इस संकट की घड़ी में उनके साथ मजबूती से खड़े रहना हमारा धर्म एवं कर्म है।
न कोई सर्वे हुआ है, न ही कोई राहत राशि मिली
श्री भार्गव ने कहा कि किसानों के खेत पूरी तरह जलमग्न हो गए है। गांधी सागर डेम के जलस्तर बढ़ने के कारण मंदसौर, नीमच जिले के 100 से अधिक गांव में पानी घुस गया है। अकेले मंदसौर जिले में 2 लाख 75 हजार हेक्टेयर से अधिक सोयाबीन की फसल बर्बाद हो चुकी है। उड़द, मक्का, प्याज की फसलों सहित सब्जियां पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है। चार हजार से अधिक मवेशियों के पानी मे बहने के कारण मृत्यु हो चुकी है। इन दोनों जिलों मैं साढ़े चार हजार से अधिक मकान तबाह हो चुके हैं। समूचे प्रदेश मे लगभग 10 लाख से अधिक कच्चे मकान ढह गये हैं । प्रभावितांे के घर मे रखा सामान और अनाज बह गया है। कुल मिलाकर पूरे प्रदेश मे अति वर्षा से फसलां,े जनधन एवं पशुधन की हजारों करोड़ रुपये की क्षति हुई है। प्रदेश मे प्रभावितों की क्षति का अभी तक कोई सर्वे नही हुआ है, न ही कोई राहत राशि मिली है।
प्रतिपक्ष किसानों को राहत देने में सरकार के साथ है
नेता प्रतिपक्ष श्री भार्गव ने कहा कि किसान हमारी पहली प्राथमिकता है। इसलिए राजनीति से परे हटकर इस समय किसानों के साथ हमें खड़े रहने एवं उनकी हर संभव मदद करने की जरूरत है। प्रदेश की जनता एवं किसान को इस समय प्रदेश सरकार से इस विकट समस्या से राहत की आवश्यकता हैं। किसानों को राहत देने के लिए प्रतिपक्ष सरकार के साथ खड़ा है। नेता प्रतिपक्ष ने अतिवृष्टि से किसानो और जनता को हो रही परेशानियों को दूर करने के लिए सरकार द्वारा विधानसभा का 2 दिवसीय विशेष सत्र बुलाए जाने की मांग की है।
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