योग में गुरु शिष्य परम्परा:योगाचार्य भार्गव
योगविभागाध्यक्ष प्रो. गणेश शंकर गिरि ने बताया कि इसका मुख्य उद्देश्य योग में गुरू शिष्य परम्परा के आधार पर शिक्षक दिवस का आयोजन है दुसरे न्यूट्रिशन सप्ताह के अंतरगत संतुलित आहार पर विशेष ज्ञान प्रदान करना है जिससे प्रत्येक व्यक्ति समग्र स्वास्थ्य एवं मार्गदर्शन प्राप्त कर सुखमय जीवन के प्रति जागरुक हो सके. ये दोनो विषय योग की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण हैं.
योगाचार्य एनआर भार्गव ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के दैनिक जीवन में छोटी छोटी बातों के प्रति सजग रहकर एवं उनका आन्नद प्राप्त करना चाहिए. शिक्षक दिवस के अवसर पर योग की गुरू शिष्य परम्परा को अपनाते हुए जीवन लक्ष्य व कर्तव्य को कभी नही भूलना चाहिए जिससे हम अपने कर्मो को कुशलता पूर्वक निभा सकें. उन्होने कहा कि शिक्षक समाज कल्याण एवं राष्ट्र निर्माण कर्ता होता है उसके प्रति सम्मान एवं विश्वास की भावना शिष्यों में हमेशा रहनी चाहिए. योग में गुरू कृपा द्वारा जीवन लक्ष्य प्राप्ति सरल हो जाती है. डा कृष्ण कुमार ओझा ने योग एवं संतुलित आहार संबंधित चर्चा करते हुए बताया कि जीवन शैली में बदलाव एवं उससे जनित रोगों के कारण योग का अंतराष्ट्रीय स्तर पर बहुत प्रचार प्रसार हुआ है.
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें