काँग्रेस नगरीय निकायों में लोकतंत्र को कुचलने का दुष्चक्र रच रही है,भाजपा करेगी विरोध: प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल

काँग्रेस नगरीय निकायों में लोकतंत्र को कुचलने का दुष्चक्र रच रही है,भाजपा करेगी विरोध: प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल
भोपाल ।मध्यप्रदेश में नगरीय निकायों की स्वायत्तता और लोकतंत्र को कुचलने का दुष्चक्र कांग्रेस सरकार कर रही है । कांग्रेस  अप्रत्यक्ष प्रणाली और बिना दलीय आधार पर नगरीय निकाय के चुनाव करा कर जनादेश का अपहरण करना चाहती है। भाजपा इसका हर फोरम पर विरोध करेगी।
          भाजपा प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने एक बयान में कहा कि कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद किसानों, युवाओं, मजदूरों और मध्यम वर्ग के साथ वचन पत्र के द्वारा ठगने और धोखा देने के कारण जनता में  सरकार के प्रति असंतोष व्याप्त हुआ। बिजली और गर्मी में पानी के संकट के कारण असंतोष तेजी से आक्रोश में बदल गया। जिसकी जोरदार अभिव्यक्ति लोकसभा चुनाव में हुई और कांग्रेस की ऐतिहासिक हार मध्य प्रदेश में हुई।
          लोकसभा चुनाव की हार और हताशा की कुंठा के कारण कांग्रेस सरकार बौखलाई हुई है। जनता का सामना करने से गुरेज कर रही है। आगामी नगरीय निकाय चुनाव के लिए इस सरकार के षड्यंत्र इस बात का खुलासा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्थानीय जनता के द्वारा,जनता के लिए,  जनता के ही प्रतिनिधि नगरीय निकाय में चुने जाएं। वे विकास, सुशासन और जनकल्याण के तमाम कार्यों को सिद्ध करें। यही नगरीय निकाय का उद्देश्य होता है परंतु अपनी कुचालों और षड्यंत्रों के कारण लोकतंत्र के अपरहण करने में जुटी है कांग्रेस सरकार।
           भाजपा प्रवक्ता  ने कहा कि प्रदेश सरकार के जारी आदेश बताते हैं कि वह नगरीय निकाय चुनाव की प्रक्रिया को लंबित करते हुए प्रशासक बैठाने की तैयारी में है, जो नगरीय निकाय की स्वायत्तता और लोकतंत्र पर हमला भी है तो साथ ही उनके अपने नेता पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी जी की इस बारे में सोच को भी कुचलने का कार्य कमलनाथ जी की सरकार कर रही है।  वहीं दूसरी ओर मनमाने ढंग से नगरीय निकायों के परिसीमन करने पर उतारू है। आज वैज्ञानिक और तकनीकी तरीके से न्याय संगत परिसीमन किया जा सकता है। जो रहवासियों के विकास और नगरीय रचना की दृष्टि से उत्तम हो सकता है, लेकिन हताश कांग्रेस जीतने की षड्यंत्रकारी जुगाड़ कर रही है जो घोर अलोकतांत्रिक व अमानवीय भी है।
        उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की स्पष्ट मान्यता है कि नगरीय निकाय के चुनाव की पिछले पद्धति के माध्यम से ही जनता के द्वारा दलीय आधार पर चुनाव किए जाएं। नगर परिषद, नगर पालिका के अध्यक्ष का निर्वाचन और नगर पालिक निगम के महापौर का निर्वाचन सीधे जनता के द्वारा ही हो ताकि विकास और लोकतंत्र की दृष्टि से एक सशक्त भूमिका उनकी बन सके।
             उन्होंने कहा कि सवाल बार-बार यही उठता है कि आखिर यदि कांग्रेस यह मानती है कि उसने किसानों, युवाओं, महिलाओं मजदूरों  और मध्यम वर्ग के साथ न्याय किया है। वचन पत्र को निभाया है तो नगरीय निकाय चुनाव की पद्धति क्यों बदल रही है? दलीय आधार पर चुनाव कराने से क्यों घबरा रही है? इसका मतलब है कि कांग्रेसी जनता का सामना सीधे तौर पर करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है और उसने अपनी हार मान ली है। कांग्रेस का चेहरा बदनुमा हो चुका है इसलिए वह उसे ढकना का असफल प्रयास कर रही है। जुगाड़ के जरिए वह नगर सरकारों में बैठने का षडयंत्र कर रही है भारतीय जनता पार्टी इस अलोकतांत्रिक और विकास विरोधी सोच का कड़ा विरोध करती है। नगरीय निकाय विकास और सुशासन  स्थानीय आकांक्षाओं और अपेक्षाओं के अनुरूप मुहैया कराने की बजाय कांग्रेश  इसे लूटने का  एक  जरिया समझ रही है ।भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस की इस मानसिकता और षड्यंत्र को जनता के बीच लेकर जाएगी।

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