सागर । शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय में विश्व बैंक परियोजना के अंतर्गत तीन दिवसीय इंडक्शन प्रोग्राम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा एवं महाविद्यालय के विषय में जानकारी देना है। उद्घाटन सत्र की मुख्य अतिथि डिप्टी कमिश्नर श्रीमती प्रभा श्रीवास्तव ने कहा कि स्नातक अवधि छात्र जीवन का स्वर्णिम काल होती है क्योंकि इसी अवधि में भविष्य की नींव गढ़ी जाती है। विद्यार्थी को सफल होने के लिए दो प्रकार से अध्ययन करना होता है, एक स्नातक स्तर का अध्यापन तथा दूसरा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी। स्नातक की अंकसूची उसे प्रतियोगी परीक्षाओं की पात्रता दिलाती है तथा प्रतियोगी परीक्षाओं की सफलता उसे रोजगार दिलाती है।
उन्होंने बताया कि हमेशा अपडेट रहें समय का मूल्य जाने तथा अध्यापन की दिशा को सही रास्ते पर ले जाए सफलता आपके कदम चूमेगी। आपने कहा कि पोषण आहार विद्यार्थी जीवन में महत्वपूर्ण है। अतः उसे भी अपनी दिनचर्या में शामिल करें। डॉ. जी. एस. रोहित अतिरिक्त संचालक एवं प्राचार्य ने कहा कि विद्यार्थी में सबसे महत्वपूर्ण है अनुशासन जो महाविद्यालय परिवार आपसे इसकी अपेक्षा भी रखता है इस कार्यक्रम को आयोजित करने का मूल उद्देश्य यह है कि नो योवर कॉलेज (ज्ञल्ब्) आपके शिक्षक कौन हैं, आपका विभाग कहॉ है तथा महाविद्यालय का कार्यालय कहॉ है इसकी जानकारी आपको होना चाहिए।
जिला परियोजना अधिकारी महिला बाल विकास विभाग ने पोषण आहार के विषय में बताया जो भोजन केवल पेट भरे और पोषक तत्वों से अछूता हो उससे हमें बचना चाहिए। आपका वजन आपकी ऊंचाई के अनुसार होना चाहिए और अगर ऐसा नहीं है तो आप भी पोषक तत्वों की कमी से जूझ रहे हैं। पोषण आहार पर आयोजित निबंध प्रतियोगिता में महाविद्यालय के छात्र शिवराज लोधी ने प्रथम, अजय सिंह यादव ने द्वितीय तथा शोफाली राजपूत ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। अतिथिओं द्वारा पुरस्कार स्वरूप मोमेंन्टों एवं प्रमाण-पत्र दिये गये।
महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकों, अतिथि विद्वानों ने अपना-अपना परिचय मंच पर दिया जिसमें अपने विभाग, विषय तथा कक्षाओं की समय-सारणी का उल्लेख किया। आज के कार्यक्रम में डॉ. संजीव दुबे ने राज्य शासन की विभिन्न योजनाऐं एवं विभिन्न छात्रवृत्तियों के विषय में बताया। कार्यक्रम के दूसरे दिन विश्वबैंक द्वारा पोषित एवं संचालित गुणवत्ता उन्नयन की गतिविधियॉ, युवा उत्सव तथा विवेकानंद कॉरियर मार्गदर्शन प्रकोष्ट के विषय में बताया गया।
डॉ. इमराना सिद्धीकी ने रैमेडियल कक्षाएं, स्टूडेन्ट ट्रेकिंग एवं संतुष्टी सर्वेक्षण के विषय में जानकारी दी। कार्यक्रम के प्रभारी डॉ. अमर कुमार जैन ने बताया कि इस कार्यक्रम के लिए उच्च शिक्षा विभाग ने अगस्त माह में तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी भोपाल में यूजीसी चेयरमैन की अध्यक्षता में आयोजित किया था प्रशिक्षण उपरांत इस कार्यक्रम को महाविद्यालय में आयोजित किया जा रहा है।
इस कार्यक्रम में इन प्राध्यापकों ने मुख्यतः अपना परिचय दिया डॉ. गोपा जैन, डॉ. प्रवीण शर्मा, डॉ. मधुस्थापक, डॉ. नीरज दुबे, डॉ. विनय शर्मा, डॉ. सरोज गुप्ता, डॉ. रंजना मिश्रा, डॉ. नीलिमेश वर्मा, डॉ. सुभाष हर्डीकर, डॉ. उमाकान्त स्वर्णकार, डॉ. संदीप सबलोक, डॉ. अशोक पन्या, डॉ. भरत कुमार शुक्ला, डॉ. सत्या सोनी, डॉ. संतोष उपाध्याय, डॉ. अर्चना यादव, डॉ. स्वदीप श्रीवास्तव, डॉ. अंकुर गौतम, डॉ. शिखा चौबे शिवांगी केजरीबाल सहित लगभग 500 विद्याथिर्यो ने सहभागिता की। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अमर कुमार जैन तथा आभार डॉ. इमराना सिद्दीकी ने माना।
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