सागर।. पिछले करीब 1 माह से सागर शहर के सामने एक बड़ा सवाल है कि सागर का तालाब किस विधि से साफ हो I क्या वह ड्राई डिसिल्टिंग पोकलेन ,जेसीबी डंपर इत्यादि के द्वारा हो या फिर ड्रेजिंग मशीनों के द्वारा हो। शहर के ज्यादातर लोगों का मानना है कि इतने बड़े तालाब की सफाई ड्रैजिंग मशीन के बिना संभव नहीं है । ड्रैजिंग मशीन से तालाब सफाई की मांग को लेकर सागर तालाब के ही सामने एक दिवसीय शांतिपूर्ण धरना दिया गया। धरने को सागर के सैकड़ों लोगों ने हस्ताक्षर कर समर्थन दिया। वही सोशल मीडिया पर भी लगातार उन्हें सागर के लोगों का समर्थन मिलता रहा। धरना स्थल पर आए लोगों ने कहा की तालाब सागर की जन भावनाओं का केंद्र है और स्मार्ट सिटी के लोग सागर के लोगों को को अंधेरे में रखकर मनमानी कर रहे हैं ।पिछले 20 सालों में शहर ने देखा है कि पोकलेन जेसीबी और डंपर से सागर का तालाब साफ नहीं हुआ वही नई विधि के लिए अधिकारी स्वस्थ चर्चा नहीं करना चाहते । ऐसे में पूरा शहर आंदोलित है और ड्रेजिंग मशीन से सागर तालाब की सफाई की मांग कर रहा है। धरना स्थल पर नायब तहसीलदार ने पहुंचकर अनशन कर रहे राघवेंद्र खरे से ज्ञापन भी लिया ।
आंदोलन को समर्थन देने वालों में अभिषेक गौतम ,सुनील केशरवानी, अतुल मिश्रा, निखिल चौकसे, जतिन चौकसे, पप्पू तिवारी, संतोष विश्वकर्मा, मोहम्मद तारिक ,अनिल राय ,बृजेंद्र रजक, अशोक रजक, ऋषि रावत, जितेंद्र पुजारी, उमेश चौबे, प्रियंक तिवारी, गौरी शंकर चढ़ार, संतोष शुक्ला, प्रियंक तिवारी, अभिषेक साहू, अरमान खान, मनीष सोनी, पंकज आठया, अभिषेक यादव, अनिल तिवारी ,दीपक स्वामी, राहुल समेले ,अब्दुल जावेद कुलदीप बाथरी, राजनाथ कटारे, योगेंद्र ठाकुर, रत्नेश मिश्रा ,रमेश मिश्रा ,कार्तिकेय रोहन ,रोहित तिवारी, धनंजय, धर्णेद्र जैन , आशुतोष, मोहसिन खान डॉक्टर कमलदीप बाथरे विश्वनाथ सोनी अखिल राय बृजेंद्र रजक संतोष शुक्ला गौरीशंकर चढ़ार सहित बड़ी संख्या में लोगों ने समर्थन दिया वही कुछ युवाओं ने जल्दी ही बड़े आंदोलन की रूपरेखा भी तैयार की है
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