पश्चिम मध्य रेल परिक्षेत्र की बैठक,सांसद राजबहादुर ने उठाये कई मुद्दे
सागर। पश्चिम मध्य रेल परिक्षेत्र की जबलपुर में बैठक हुई। जिसमें इस क्षेत्र के तहत आने वाले सांसदों ने अपनी अपनी समस्याओं और सुझावों को रखा ।महाप्रबंधक अजय विजयवर्गीय ने इसे रेलमंत्री तक पहुचाने की बात कही। बैठक में क्षिप्रा एक्सप्रेस को नियमित चलाने का मुद्दा भी उठा।
जबलपुर में आयोजित इस बैठक में सागर सांसद राजबहादुर ने कई प्रस्ताव रखे इनकी सराहना भी हुई। बैठक में सांसद राजबहादुर सिंह ने संसदीय क्षेत्र की रेल समस्याओं के संबंध में अपने सुझाव दिए. उन्होंने सागर संसदीय क्षेत्र के खुरई विधानसभा के सबसे व्यस्ततम मार्ग खिमलासा रोड की रेलवे फाटक पर घंटों जाम की स्थिति निर्मित होने के कारण ओवरब्रिज निर्माण की मांग की.
इंदौर से वाया सागर होते हुए हावड़ा 22911/ 22912 सप्ताह में 3 दिन चलने वाली क्षिप्रा एक्सप्रेस को रोजाना चलाए जाने की मांग की है दक्षिण भारत के लिए दैनिक ट्रेन सागर से, दमोह से, कटनी से, इलाहाबाद से, कटनी -दमोह -सागर- बीना -भोपाल- इटारसी- नागपुर होते हुए दक्षिण भारत के महानगरों चेन्नई- रामेश्वरम -बेंगलुरु- तिरुअनंतपुरम -हैदराबाद- पुद्दुचेरी और कन्याकुमारी को आने जाने के लिए द्वि- साप्ताहिक ट्रेन आरंभ की जाने की मांग की. संपूर्ण बुंदेलखंड को कवरेज देने वाली ट्रेन मानिकपुर से जबलपुर के लिए दैनिक सुपरफास्ट ट्रेन चलाई जाने की भी मांग की. गुवाहाटी- पुणे के लिए साप्ताहिक ट्रेन -एजुकेशन हब पुणे महानगर के लिए आने- जाने के लिए कोई भी ट्रेन नहीं है. इस हेतु परिचालित ट्रेन नंबर 13 024 -25 भोपाल -हावड़ा -कटनी- दमोह -सागर -भोपाल- इटारसी -मनमाड -पुणे तक चलाए जाने की मांग की अथवा परीक्षण हेतु परिचालित हबीबगंज- धारवाड़ (पुणे ) स्पेशल एक्सप्रेस एवं हबीबगंज- गुवाहाटी स्पेशल एक्सप्रेस को आपस में मर्ज करते हुए गोवाहाटी- सतना- कटनी- दमोह- सागर- भोपाल -इटारसी होते हुए पुणे तक परिचालित किए जाने संबंधी अपनी बात रखी. इससे बुंदेलखंड क्षेत्र को पूर्वोत्तर भारत और दक्षिण -पश्चिम भारत के शहरों में आने- जाने के लिए सुविधा उपलब्ध हो जावेगी.
ट्रेन संख्या 19421 -22 अहमदाबाद -पटना एक्सप्रेस को ओखा तक बढ़ाते हुए सप्ताह में 7 दिन चलाए जाने की बात भी रखी .
ट्रेन संख्या 111 09 - 10 लखनऊ -झांसी इंटरसिटी एवं ट्रेन संख्या -14110-109-कानपुर-कर्बी इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेनों को सागर तक बढ़ाए जाने की बात भी रखी .
ट्रेन संख्या 11271 -72 विंध्याचल एक्सप्रेस को कंप्ली रेक ट्रेन बनाते हुए उज्जैन -रतलाम -बड़ौदा रेल मार्ग से सूरत बलसाढ़ तक बढ़ाए जाने की अपनी बात रखी .
सागर में छह प्लेटफार्म हो सागर रेलवे स्टेशन का भावी विकास 6 प्लेटफार्म वाले स्टेशन का ध्यान में रखकर किया जावे. विदिशा में कर्नाटक एक्सप्रेस एवं तुलसी एक्सप्रेस का स्टॉपेज किया जाना चाहिए.
सागर सांसद राजबहादुर सिंह द्वारा नई रेल लाइनों के संबंध में भी अपने सुझाव रखे .उन्होंने कहा कि 2004 -09 के मध्य रेल बजट में घोषित एवं सर्वेक्षण खजुराहो- सागर -विदिशा - (सुमेर) रेल लाइन के लिए राशि स्वीकृत कराई जावे.
2005 -14 के मध्य घोषित एवं सर्वेक्षित छिंदवाड़ा -उदयपुरा- जैसीनगर- सागर -धामोनी- मालथौन- मड़ावरा -महरौनी- ललितपुर रेल लाइन के बजट आवंटन किए जाने की बात रखी.
सागर से रहली -पाटन- मंडला फोर्ट- बिलासपुर रेल लाइन के सर्वे हेतु एवं सागर से देवरी- करेली- रामटेक -वर्धा रेल लाइन के बजट आवंटन किए जाने की भी मांग की. ललितपुर, छिंदवाड़ा एवं विदिशा से आने वाली रेल लाइनों को मुंबई साइड रतौना पर जोड़ा जावे. खजुराहो,रहली एवं देवरी की ओर से आने वाली रेल लाइनों को इलाहाबाद साइट मकरोनियां पर जोड़ा जाए जिससे समस्त रेल लाइनों का कवरेज भविष्य में सागर नगर को मिल सके.
सागर नगर के विकास एवं व्यापारियों की सुविधाओं को दृष्टिगत रखते हुए रतौना में अतिरिक्त रेल माललोड- अपलोड प्लेटफार्म समस्त भौगोलिक परिस्थितियों को अनुकूल करते हुए बनाया जाए. उन्होंने कहा कि रतौना से सागर नगर, कृषि उपज, मंडी, ट्रांसपोर्ट नगर एवं गोदामें नजदीक है.
सागर की दोनों प्लेटफॉर्म की शैड़ो की ऊंचाई बढ़ाई जावे .
गुना -आरोन- सिरोंज-
गंज बासौदा -विदिशा रेल लाइन स्वीकृत कराया जाना चाहिए .उन्होंने बताया कि पूर्व में बजट पारित हो गया है.
पूर्व में मध्य प्रदेश ब्यावरा (जिला राजगढ़ ) से सुठालिया, मधुसूदनगढ़, लटेरी एवं सिरोंज होते हुए कुरवाई -बीना रेल मार्ग का सर्वे हुआ था, इसके लिए रेल बजट में प्रावधान भी किया गया है आदि रेल सुविधाओं के संबंध में अपनी बात उक्त बैठक में रखी.
पश्चिम मध्य रेलवे की गुना-आरोन-सिरोंज-गंजबासौदा एवं ब्यावरा-सिरोंज-बीना रेलवे लाइन जो प्रस्तावित है उसका निर्माण शीघ्र कराया जाए। यह अति आवश्यक है सिरोंज क्षेत्र के विकास के लिए एवं इससे पिछड़े गांवों का विकास सुनिश्चित होगा एवं क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी।
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