पशु प्रजनन प्रक्षेत्र रतौना का किया कमिश्नर ने निरीक्षण
सागर । कमिष्नर आनंद कुमार षर्मा ने ग्रामीण यांत्रिकी सेवा क्रमांक-2 द्वारा बनाए जा रहे आजीविका भवन, मेनपानी स्थित टेक होम राषन संयंत्र सागर एवं पषु प्रजनन प्रक्षेत्र रतौना का निरीक्षण किया।
कमिष्नर श्री षर्मा ने निरीक्षण पर उपस्थित अधीक्षण यंत्री श्री एचएस जाधव से निर्माणाधीन भवन की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि इस भवन का संचालन आजीविका मिषन अंतर्गत स्व-सहायता समूहों द्वारा किया जाएगा। 40 लाख की लागत से बनने वाले इस भवन में आवासीय सुविधा सहित ट्रेनिंग सेंटर हेतु बड़ा हॉल होगा। भवन परिसर में रूके पानी को देखकर कमिष्नर श्री षर्मा ने वहां पर्याप्त मिट्टी डालकर उसे सही करने के निर्देष दिए। साथ ही कहा कि सीपेज की समस्या न हो इसका भी विषेष ध्यान रखा जाए।
मेनपानी स्थित टेक होम राषन संयंत्र (टीएचआर) पहुंचकर वहां के निर्माण कार्याें का जायजा लिया। आजीविका मिषन अंतर्गत इस संयंत्र में सारी मषीनें ऑटोमेटिक है। तीन भागों में बंटे इस संयंत्र में प्रोडक्षन यूनिट, मिक्षर टेंक एवं पैकिंग सेक्षन है। इसमें चावल एवं दाल के मिश्रण को एक निष्चित अनुपात में लेकर पोषण आहार (दलिया) बनाया जाएगा।
पोषण आहार की जांच क्वालिटी कंट्रोल लैब मंे होगी जो इसी परिसर में बनाए जा रहे कार्यालय में होगी। इसके द्वारा यह परखा जाएगा कि उक्त पोषण आहार में कितने प्रतिषत प्रोटीन है। 2500 टन प्रतिमाह उत्पादन की क्षमता वाली इस यूनिट में अग्निषमन यंत्र एवं उचित सेफ्टी मेजर्स हो इसका विषेष ध्यान रखने के निर्देष मौजूद अधिकारियों को दिए। उन्होंने संयंत्र के निरीक्षण के बाद यहां के कार्यालय भवन का मुआयना किया। आजीविका मिषन के तहत संचालित होने वाले इस कार्यालय में सीसीटीव्ही कैमरे एवं एक्टिव वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम हो इसको प्राथमिकता से रखने कहा। उन्होंने कहा कि उक्त कार्य पूर्ण होने के बाद ही कम्प्लीषन सर्टिफिकेट दिया जाए।
इसके पष्चात शासकीय पषु प्रजनन प्रक्षेत्र रतौना का निरीक्षण किया । विदित है कि राष्ट्रीय गोकुल मिषन के तहत यहां गोकुल ग्राम की स्थापना की स्वीकृति दी गई है। डा. श्रवण पचौरी ने जानकारी दी कि पषुपालन विभाग द्वारा म.प्र. राज्य पषुधन एवं कुक्कुट विकास निगम को 500 एकड़ भूमि हस्तांतरित की गई है। यहां भारतीय देषी गायों की नस्लांे का संरक्षण एवं संवर्धन किया जाएगा। इसमें थारपारकर एवं राठी नस्ल शामिल है।
कमिष्नर श्री षर्मा ने उक्त क्षेत्र का सीमांकन कर फेंसिंग करने के निर्देष दिए। पषुधन एवं कुक्कुट विकास निगम मैनेजर को किए जाने वाले कार्यों की रणनीति बनाकर टाइम लिमिट में पूर्ण करने निर्देषित किया। पषुपालन विभाग द्वारा चरणबद्ध तरीके से कार्ययोजना बनाकर पषु उपचार की दिषा मे आवष्यक तैयारी करने के निर्देष दिए।
वइसके पष्चात उन्होंने गढ़ाकोटा में निर्मित सामुदायिक भवन सह प्रषिक्षण केन्द्र आडोटोरियम, एवं जनपद पंचायत भवन रहली का भी निरीक्षण किया। उन्होंने प्रषंसा करते हुए कहा कि ऐसा आडोटोरियम जिले में नहीं है।
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