श्री गणेश जी स्थापना का मुहूर्त

श्री गणेश जी स्थापना का मुहूर्त



2 सितंबर को भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि है। इसे गणेश चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। पुराणों के अनुसार इस दिन गजमुख भगवान गणेश का जन्म हुआ था। इस दिन को कलंक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। जो इस दिन गणेशजी की पूजा करेगा गणपति उनकी सभी मनोकामना पूरी करेंगे।


गणेश चतुर्थी का नियम है कि जिस दिन दोपहर के समय चतुर्थी तिथि हो उस दिन ही गणेश चतुर्थी का पूजन किया जाना चाहिए। मंगलवार और रविवार को चतुर्थी होने पर इसका महत्व काफी बढ़ जाता है। इस वर्ष चतुर्थी तिथि का आरंभ सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक है जो शुभ फलदायी है।
गणेश चतुर्थीः गणेश पूजन विधि

 पहला मुहूर्त

सोमवार को गणेश चतुर्थी होने के कारण सुबह 7 बजकर 30 मिनट से 9 बजे तक राहुकाल रहेगा। इसलिए सुबह 6 बजे से साढ़े सात बजे के बीच गणेश प्रतिमा की स्थापना कर सकते हैं।
 दूसरा मुहूर्त

सुबह 9 बजे से लेकर 10 बजकर 30 मिनट तक मूर्ति स्थापना के लिए दूसरा शुभ मुहूर्त है। 10 बजकर 30 मिनट से यमगंड आरंभ हो जाएगा जो 12 बजे तक रहेगा। यमगंड के दौरान शुभ कार्य नहीं करना चाहिए, इसलिए शुभ लाभ के लिए इस दौरान प्रतिमा की स्थापना हो सके तो नहीं करना चाहिए।

 सर्वोत्तम मुहूर्त

दोपहर का समय गणेश स्थापना के लिए उत्तम माना जाता है। 12 बजे से 1 बजकर 30 मिनट तक गुलिक काल है। इस समय के समाप्त होने के बाद यानी 1 बजकर 31 मिनट से 3 बजे का समय सबसे उत्तम रहेगा। इस शुभ समय के बाद भी 4 बजकर 30 मिनट तक गणेश प्रतिमा स्थापना औऱ पूजन का कार्य किया जा सकता है।
Share:

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें

Archive