भोपाल हादसा। मासूमों के दुःख पर राजनीति न करे भाजपा-भूपेन्द्र गुप्ता
भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने गणेश विसर्जन के दौरान खटलापुरा विसर्जन स्थल पर हुई दुघर्टना को दुर्भाग्यपूर्ण बतलाया है और कहा है कि यह घटना से पूरे प्रदेश को दुःख पहुंचा है । घटना की जांच हेतु मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए है एवं पीड़ित परिवारों को 11 लाख रूपये का मुआवजा देने की भी घोषणा की है ।
जब पूरा प्रदेश इस घटना से व्यथित है, तब पीड़ित परिवारों के आंख के आंसू पोछने के बजाय भारतीय जनता पार्टी के नेता उन्हें 25 लाख मुआवजा मांगने के लिए उकसा रहे है । यह अत्यंत दुःखद और निंदनीय है । स्मरण रहे कि शिवराजकाल में जब सैलाना में इसी तरह की दुर्घटना हुई थी तब उन्होंने स्वयं 4 लाख रू का मुआवजा दिया था । प्रदेश का इतिहास गवाह है कि धाराजी में 200 से अधिक निर्दोष तीर्थ यात्री प्रशासन की चूक से मृत्यु के आगोश में समा गए थे । रतनगढ़ में 100 से अधिक लोग मंत्री के लिए रास्ता बनाने के चक्कर में भगदड़ में मारे गए थे । पन्ना के पास चलती हुई बस में 30 से अधिक लोग बस में आग लगने से जिंदा जल गए थे । पेटलावद में प्रशासनिक लापरवाही से भंडारण किए गए विस्फोटकों से लगभग 100 लोगों के चिथड़े उड़ गए थे । तब भाजपा सरकार ने क्या किया था ? यह प्रदेश की जनता को बताना चाहिए ।
गुप्ता ने सरकार से आग्रह किया है कि सभी जिला कलेक्टरों के माध्यम से नगर निगम, नगर पालिकाओं को नाव द्वारा विसर्जन के समय सतर्क और तैराक उपलब्ध रखने के स्थाई निर्देश जारी करें ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
सामान्यतः मूर्ति विसर्जन के कार्यक्रम स्थानीय प्रशासन और प्राथमिक रूप से नगर निगम की जिम्मेदारी होते है । नगर निगम ही इन कार्यक्रमों के लिए व्यवस्था बनाता है, घाटों पर इंतजाम करता है एवं अन्य सरकारी एंजेसियों से सिन्क्रोनाइज करता है । भारतीय जनता पार्टी घड़ियाली आंसू बहाने के बजाए अपने महापौर से इस लापरवाही के लिए इस्तीफा क्यों नहीं मांगती? गुप्ता ने जनहित में भाजपा नेताओं से आग्रह किया है कि वे जनता के और पीड़ित परिवारों के दुःख में सच्चे मन से शामिल हो । भाजपा उन्हें मुआवजे के नाम पर उकसा कर उनके दुःख के सौदे की राजनीति न करे।
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